आवाज़ ए हिमचाल
हैदराबाद। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माफिया एवं पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या करने वाले तीनों युवक महात्मा गांधी के हत्यारे नाथुराम गोडसे के नक्शेकदम पर चल रहे थे। ओवैसी ने अतीक और अशरफ के हत्यारों को ‘आतंकवादी’ करार दिया, जो एक एक आतंकवादी गुट का हिस्सा थे।
हैदराबाद में एक सभा को संबोधित करते हुए एआईएमआईएम प्रमुख ने सवाल किया कि अतीक और अशरफ के हत्यारों पर गैर-कानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) क्यों नहीं लागू किया गया। उन्होंने पुलिस हिरासत में अतीक और उसके भाई की हत्या को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा।
ओवैसी ने कहा कि मीडिया में प्रकाशित खबरों में आरोपियों को गरीब परिवार का बताया गया है, ऐसे में उन्हें आश्चर्य होता है कि इन लोगों के पास आठ-आठ लाख रुपये की रिवाल्वर कैसे पहुंची। एआईएमआईएम प्रमुख ने एक मीडिया रिपोर्ट का जिक्र किया, जिसमें एक पुलिस अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि अतीक और अशरफ की हत्या से पहले अपराधियों को कम से कम एक महीने तक प्रशिक्षण दिया गया था।
उन्होंने कहा, “इससे स्पष्ट है कि उन्हें पूरा अभ्यास कराया गया था। इससे स्पष्ट है कि तीनों हत्यारे गोडसे के उत्तराधिकारी हैं। ये तीनों एक आतंकवादी गुट का हिस्सा हैं। मुझे संदेह है कि देश में ऐसे लोग हैं, जिन्हें प्रशिक्षण दिया जाता है, जिन्हें हथियार दिए जाते हैं और उनसे कहा जाता है कि उन्हें गोडसे के सपने को पूरा करना है।”