आवाज़ ए हिमाचल
अमित पठानिया,हमीरपुर
24 जून । पालमपुर के निकट छोटे से गांव की गलियों में बचपन गुजारने वाले पदम व्यास सिडनी में हिमाचली व्यंजनों की खुशबू बिखेर रहे हैं। पहाड़ी संस्कृति और खानपान से विदेशी मेहमानों को अवगत करवाने की इच्छा रखते हुए उन्होंने इस विषय को लेकर एक मास्टर प्लान भी तैयार किया है। पदम व्यास इस समय में सिडनी में कंसल्टेंट्स शेफ न्यू होटल,न्यू रेस्टोरेंट, क्लब ओपन करवाते हैं तथा उन्होंने एक हिमालय साल्ट के नाम से कंपनी बना रखी है,जो हिमाचल के खानपान से लोगों को अवगत करवाती है। विदेशों में रहने वाले हिमाचल के लोगों को जब अपने प्रदेश के खानपान का मन होता है तो,वह बिना सोचे समझे हिमालयन साल्ट पहुंच जाते हैं। पदम व्यास का मानना है कि हिमाचल प्रदेश में पर्यटन की बहुत संभावनाएं हैं।
प्रदेश में टूरिस्ट तो आता है, लेकिन उसे वह चीज नहीं मिलती है जिसके लिए वे हिमाचल का रूख करता है। उनका कहना है कि हिमाचल प्रदेश में टूरिज्म विभाग के ही अगर होटलों की बात करें तो हजारों की संख्या में है,लेकिन वहां पर किसी प्रकार की कोई नई बात नहीं होती हैं।सिर्फ लोग पहाड़ों और पानी की निखार देख कर वापस चले जाते हैं। उनका कहना है कि अगर होटलों को व्यवसाय की दृष्टि की नजर से अच्छा बनाना है इस काम को होटल लाइन से जुड़े व्यक्ति ही अंजाम तक पहुंचा सकते हैं। पदम व्यास का कहना है कि जिस प्रकार से राजस्थान या अन्य राज्य में जब कोई पर्यटक वहां पर जाता है तो उसे वहां के नृत्य खानपान से रूबरू करवाया जाता है।
इस प्रकार कोई भी सुविधा हिमाचल प्रदेश में देखने को नहीं मिलती है। इसके लिए पदम व्यास का कहना है कि उन्होंने इसके लिए पूरा मास्टर प्लान तैयार किया हुआ है तथा अगर जयराम सरकार चाहे तो वह हिमाचल प्रदेश के होटलों में इसे लागू कर सकते हैं। पदम व्यास का कहना है कि वे इस विषय को लेकर हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और लोकसभा सांसद अनुराग ठाकुर से मिलकर अपनी बात रखेंगे, ताकि हिमाचल प्रदेश टूरिज्म को एक नई दिशा मिल सके।