आवाज़ ए हिमाचल
अमृतसर, 6 जून। ऑपरेशन ब्लू स्टार की 38वीं बरसी आज सच्चखंड श्री दरबार साहिब में मनाई जा रही है। इस दौरान अलग-अलग सिख जत्थेबंदी और नानक नामलेवा संगत श्री अकाल तख्त साहिब पर नतमस्तक होने पहुंची है, जिसके चलते दीप सिद्धू की बनाई जत्थेबंदी वारिस पंजाब जत्थेबंदी के नौजवान भी बड़ी संख्या में श्री दरबार साहिब पहुंचे। इस दौरान नौजवानों की तरफ से जोशीले अंदाज में तलवारें लहराते हुए खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए। इस दौरान लोगों के हाथों में जरनैल भिंडरावाले को पोस्टर, बैनर और तस्वीरें भी नजर आईं।
पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए वारिस पंजाब जत्थेबंदी के नेताओं ने कहा कि जो पंजाब के हकों की संत जनरेल सिंह खालसा भिंडरावालां के भाई अमरीक सिंह और अन्य सिंह ने लड़ाई लड़ी और जब श्री गुरु अर्जुन देव जी का शहीदी दिवस मनाने के लिए संगत सच्चखंड श्री दरबार साहिब पहुंचे तो उन्हें सरकार की तरफ से शहीद किया गया और हमारी मांग उसी तरह की उसी तरह ही आज भी पैंडिंग पड़ीं हैं।
उन्होंने कहा कि संत जनरैल सिंह खालसा भिंडरांवाले और भाई अमरीक सिंह की मांग को जिन्होंने संघर्ष के तौर पर आगे बढ़ाया वे बंदी सिंह आज हमारे जेल में कैद हैं। इसके साथ ही आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि उन बंदी सिंहों की रिहाई करवाने के लिए जहां अलग-अलग सिख जत्थेबंदी संघर्ष लड़ रही हैं वहीं संगरूर उपचुनाव में हम सिमरनजीत सिंह मान का साथ ज़रूर देंगे।
28 साल पहले भारतीय सेना ने हरमंदिर साहिब में प्रवेश कर भिंडरावाले को ढेर कर दिया था। गौर रहे कि आज ही के दिन वर्ष 1984 में भारतीय सेना ने ऑपरेशन ब्लू स्टार के तहत स्वर्ण मंदिर में प्रवेश किया था। यह ऑपरेशन भिंडरावाले और अन्य हथियारबंद आतंकियों को मारने के लिए शुरू किया गया था, जो मंदिर परिसर में छिपे हुए थे। इस ऑपरेशन में सेना को सफलता मिली थी, लेकिन कई लोगों की भी मौत हो गई थी।