- भारी बारिश के चलते लगभग तीन महीने से पूरी तरह बंद है चक्की पुल
- पंजाब-हिमाचल को जोड़ने वाला सबसे महत्वपूर्ण है यह पुल
- राहगीरों को वाया भदरोया लम्बे और जर्जर रास्ते से जाना पड़ रहा है पठानकोट
आवाज़ ए हिमाचल
स्वर्ण राणा, नूरपुर। लम्बे समय से बंद चक्की पुल को दोपहिया वाहनों के लिए खोलने को लेकर आज नूरपुर विधानसभा के विभिन्न पंचायत प्रतिनिधियों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।इस अवसर पर विश्व हिंदू महासंघ के रविन्द्र समकड़िया और महासंघ के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।वहीं अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संघ के सह निदेशक राजेश पठानिया भी उपस्थित रहे।
ज्ञापन में इन प्रतिनिधियों ने चक्की पुल को दोपहिया वाहनों के लिए शीघ्र खोलने की मांग की।पंचायत प्रधान सिकन्दर राणा और बासा वजीरा के प्रधान उदय पठानिया ने बताया कि यह पुल पिछले एक वर्ष से बंद है, जिसमें पहले दोपहिया और हल्के चौपहिया वाहनों को गुजरने की परमिशन थी लेकिन पिछले लगभग तीन महीनों से इस पुल को सभी प्रकार के वाहनों के लिए बन्द कर दिया गया। इससे रोज़मर्रा के काम के लिए जाने वाले लोगों को वाया भदरोया लम्बे और जर्जर रास्ते से होकर गुजरना पड़ रहा है। इससे महंगे सफर के साथ वक्त की बर्बादी भी होती है।
उदय पठानिया ने कहा कि इस पुल के निर्माण कार्य मे जितनी लागत लगी है उससे कहीं ज्यादा खर्चा एक साल में इस पुल की मेंटनेंस में एनएचएआई कर चुका है।लेकिन इतना खर्च करने के बाद परिणाम शून्य रहा। उन्होंने इसकी जांच की भी मांग की।
इन सभी पंचायत प्रतिनिधियों ने मांग की कि कम से कम दोपहिया वाहनों को चक्की पुल से गुजरने की परमिशन दी जाए जिससे आम जनता को राहत मिल सके।
वहीं एसडीएम नूरपुर गुरसिमर सिंह बताया कि वो जनता की परेशानी से भली भांति परिचित है लेकिन भारी बारिशों के कारण पुल के पिलरों को भारी नुक़सान पहुंचा था जिस कारण इस पुल को पूरी तरह बंद किया गया था।उन्होंने कहा कि इसे लेकर एनएचएआई के साथ शीघ्र बैठक की जा रही है और अगर मौसम साफ रहा तो 15 सितम्बर को इस पुल को दोपहिया वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा।उसके बाद इसकी मरम्मत करके 15 अक्टूबर तक हल्के चौपहिया वाहनों के लिए भी खोलने का प्रयास रहेगा।