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अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर। बिलासपुर के अखिल ठाकुर ने हाल ही में 6 से 14 अक्टूबर 2024 तक कंबोडिया में आयोजित एशियाई किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी छाप छोड़ी है। वहीं अखिल की यह उपलब्धि उनके खेलों के प्रति समर्पण भाव व कौशल को उजागर करती है।
अखिल ने क्वार्टर फाइनल में वियतनाम के एक कुशल प्रतिद्वंद्वी को हराकर अपनी असाधारण प्रतिभा का प्रदर्शन किया और ताकत व रणनीति दोनों का ही शानदार प्रदर्शन किया जिससे दर्शक आश्चर्यचकित रह गए। उनकी जीत की राह जारी रही और फाइनल में उनका सामना इराक के एक मजबूत खिलाड़ी से हुआ। वहीं अखिल ने लचीलेपन और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन किया और अंत में स्वर्ण पदक हासिल करते हुए किकबॉक्सिंग की दुनिया में एक उभरते सितारे के रूप में अपनी स्थिति मजबूत की है।
जी हां, अखिल की यह यात्रा उनके कोच मनोज पटियाल और परशुराम पुरस्कार विजेता डॉक्टर संजय यादव के विशेष मार्गदर्शन के बिना संभव नहीं होती, जिन्होंने अखिल को इस चैंपियनशिप के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वहीं उनकी विशेषज्ञता और मार्गदर्शन अखिल के कौशल और रणनीतियों को निखारने में महत्वपूर्ण साबित हुई जिसने अखिल को एक उत्कृष्ट उपलब्धि तक पहुंचाया है।
वहीं एशियाई किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के बाद बिलासपुर पहुंचे अखिल ठाकुर का उनके परिजनों व एसोसिएशन के पदाधिकारियों व कोचेज द्वारा फूल मालाओं से शानदार स्वागत किया गया, जिसके बाद अखिल ठाकुर ने परिवार सहित बाबा नाहर सिंह मंदिर में माथा टेककर वर्ल्ड किक बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भी इसी तरह शानदार परफॉर्मेंस देकर स्वर्ण पदक जीतने की कामना की है. वहीं अखिल ने इस उपलब्धि का श्रेय अपने परिजनों सहित कोचेज मनोज पटियाल व डॉक्टर संजय यादव को दिया।
साथ ही अखिल ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु से अन्य खेलों की भांति ही किक बॉक्सिंग खेल को भी मान्यता देने की अपील की है ताकि इस खेल से जुड़े खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मौका मिल सके और राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रतियोगिताओं मैडल जीतकर प्रदेश का नाम रोशन कर सके. वहीं परशुराम अवार्डी व वाको इंडिया किक बॉक्सिंग फेडरेशन के राष्ट्रीय महासचिव डॉक्टर संजय कुमार यादव ने कहा कि किक बॉक्सिंग को विश्व पटल पर करीब 200 देशों में खेला जाता है।
साथ ही उन्होंने कहा कि देश के कईं राज्यों में किक बॉक्सिंग के खिलाड़ियों को अन्य खेलों की भांति ही अहमियत व सुविधाएं दी जा रही है, मगर हिमाचल प्रदेश एक ऐसा राज्य है जहां किक बॉक्सिंग को मान्यता नहीं दी गयी है जिसके चलते इस खेल से जुड़े राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को सरकारी नौकर सहित अन्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही है।
वहीं, डॉक्टर संजय कुमार यादव ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु से किक बॉक्सिंग खेल को मान्यता देने व खिलाड़ियों को सभी सुविधाएं मुहैया करवाने की अपील की है।