आवाज़ ए हिमाचल
काठमांडू। नेपाल में माउंट एवरेस्ट के बेसकैंप में बीमार पडऩे के बाद 59 वर्षीय एक भारतीय पर्वतारोही की मौत हो गई, जो दुनिया की इस सबसे ऊंची चोटी को फतह करने वाली एशिया की पेसमेकर वाली पहली महिला बनने का विश्व रिकार्ड कायम करना चाहती थीं। नेपाल के पर्यटन विभाग के निदेशक युवराज खातिवादा ने बताया कि महाराष्ट्र की रहने वाली 59 साल की सुजान्ने लियोपोल्डिना जीसस को बेस कैंप से महज 250 मीटर की चढ़ाई करने में 12 घंटे का समय लगा। इसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई। उसने लुकला के हॉस्पिटल में उसने दम तोड़ दिया।
खातिवादा ने बताया कि बेसकैंप में अनुकूलन अभ्यास के दौरान सामान्य रफ्तार नहीं बनाए रख पाने तथा चढऩे में परेशानी होने पर सुजान्ने को माउंट एवरेस्ट फतह करने की कोशिश छोड़ देने को कहा गया था। सुजान्ने को पेसमेकर लगा था। निदेशक ने बताया कि सुजाने ने यह सलाह मानने से इनकार कर दिया और कहा कि वह 8,848.86 मीटर ऊंची चोट पर चढ़ेगी ही, क्योंकि वह इस चोटी पर चढऩे की अनुमति पाने के लिए पहले ही शुल्क दे चुकी हैं। बता दें कि पिछले तीन दिनों में यह चौथी मौत की घटना है। मार्च से शुरू हुए मौजूदा सीजन के दौरान अब तक माउंट एवरेस्ट पर आठ चीनी और भारतीय पर्वतारोहियों की मौत हो चुकी है। रिपोट्र्स के मुताबिक फिलहाल 175 पर्वतारोही माउंट एवरेस्ट पर चढ़ रहे हैं।