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शिमला। 23 मार्च। हिमाचल प्रदेश के प्री प्राइमरी स्कूलों में 4 हजार शिक्षकों की भर्ती नर्सरी टीचर ट्रेनिंग संस्थानों की जांच के बाद होगी। कोर्ट केस से बचने के लिए शिक्षा विभाग ने एनसीटीई (नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजूकेशन) से संस्थानों को लेकर जानकारी मांगी है। नर्सरी और केजी कक्षाओं के लिए शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू करने से पहले शिक्षा विभाग एनटीटी के मान्यता प्राप्त संस्थानों की पड़ताल करना चाहता है।
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प्री प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों के 70 फीसदी पद एनटीटी और अर्ली चाइल्ड हुड केयर कोर्स करने वालों और 30 फीसदी पद आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से भरने का प्रस्ताव है। आयु सीमा और शैक्षणिक योग्यता को लेकर कैबिनेट बैठक में अंतिम फैसला होगा।
सरकारी स्कूलों में चलाई जा रही नर्सरी और केजी की कक्षाओं के लिए भर्ती किए जाने वाले शिक्षकों में एनटीटी और अर्ली चाइल्ड हुड केयर कोर्स कोटे के 70 फीसदी पदों में से 35 फीसदी बैचवाइज और 35 फीसदी पद सीधी भर्ती से भरे जाएंगे। एनसीटीई के नियमों के तहत भर्ती की जाएगी।
विभागीय अधिकारियों की ओर से तैयार किए गए प्रस्ताव में दस विद्यार्थियों से अधिक संख्या वाले स्कूलों में शिक्षक भर्ती करने और शिक्षकों के लिए आयु सीमा 18 से 45 वर्ष तय करने की सिफारिश की गई है। एनसीटीई से शिक्षा विभाग को संस्थानों से संबंधित जानकारी मिलने के बाद भर्ती के प्रस्ताव को राज्य मंत्रिमंडल की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।