आवाज़ ए हिमाचल
हमीरपुर। साढ़े चार हजार स्टूडेंट्स और दर्जनों फैकल्टी स्टाफ और सैकड़ों रेगुलर और आउटसोर्स कर्मचारियों वाले राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) हमीरपुर में पिछले 13 वर्षों से रेगुलर रजिस्ट्रार की नियुक्ति नहीं हो सकी। संस्थान के प्रोफेसरों को ही समय-समय पर च्वाइस के अनुसार कार्यकारी कार्यभार देकर इस महत्त्वूपर्ण पद पर काम चलाऊ व्यवस्था चलाई जाती रही। ऐसा नहीं कि रेगुलर रजिस्ट्रार के लिए कभी प्रोसेस नहीं चला। प्रोसेस तो इन 13 वर्षों में कई बार चला लेकिन वो सिरे नहीं चढ़ पाया। अब 19 जून को इंटरव्यू रखे गए हैं लेकिन इस पर सस्पेंस बना हुआ है कि कहीं इस बार भी यह पद राजनीति की भेंट न चढ़ जाए।
हालांकि मानव संसाधन मंत्रालय राष्ट्रीय महत्त्व वाले इस संस्थान में रेगुलर रजिस्ट्रार की नियुक्ति के लिए कई बार कह चुका है। अब भीतरी व्यवस्था में क्या किंतु-परंतु है जो इस पद को रेगुलर नहीं होने देना चाहती। एनआईटी के डायरेक्टर एचएम सूर्यवंशी ने कहा कि रजिस्ट्रार की रेगुलर नियुक्ति के लिए 19 जून को इंटरव्यू रखे गए हैं। अभी डेढ़ साल पहले ही निदेशक पद संभाला है तथा संस्थान में विकासात्मक गतिविधियों के साथ भर्ती प्रक्रिया में भी तेजी लाई है, ताकि संस्थान की रैंकिंग में भी सुधार लाया जा सके।