आवाज़-ए-हिमाचल
4 दिसम्बर : जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में जैश के 4 आतंकियों के मारे जाने के 15 दिन बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने शुक्रवार को कहा कि उसने 19 नवंबर की घटना की जांच की कमान संभाल ली है। अधिकारियों ने यहां यह जानकारी दी। जांच से जुड़े एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि यह मामला केंद्र सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के बाद आतंकवाद-रोधी जांच एजेंसी को सौंप दिया गया। यह उसी स्थान पर हुए एक और मुठभेड़ मामले की भी जांच कर रही है जो जनवरी में हुई थी। 19 नवंबर को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर नगरोटा के पास सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में एक ट्रक में छिपे जैश-ए-मोहम्मद के चार
आतंकवादी मारे गए थे। आतंकियों के साथ मुठभेड़ के दौरान दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे। एनआईए अधिकारियों के अनुसार, बान टोल प्लाजा पर सुबह करीब 5 बजे आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई थी। अगले तीन घंटों के भीतर, आतंकवादी मारे गए थे। एनआईए अधिकारियों की एक टीम ने मुठभेड़ के बाद बान टोल प्लाजा स्थल का दौरा किया था और उसी दिन प्रत्यक्षदर्शी और पुलिस अधिकारियों के बयान दर्ज किए थे।एनआईए इस साल 31 जनवरी को नगरोटा में हुए एनकाउंटर की भी जांच कर रही है, जिसमें उसी टोल प्लाजा पर जेईएम के तीन आतंकी मारे गए थे।