: बैठक में उठा हिमाचल में आई त्रासदी व मज़दूरों के हित का मुद्दा
: कामरेड नानक शांडिल ने किया हिमाचल एटक का प्रतिनिधित्व
आवाज़ ए हिमाचल
यशपाल ठाकुर, परवाणु। अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) की राष्ट्रीय सामान्य परिषद की तीन दिवसीय बैठक 22, 23 व 24 सितम्बर 2023 को तामिलनाडु के तिरुपुर जिला में सम्पन्न हुई। जिसकी अध्यक्षता एटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष कामरेड रमिन्द्र कुमार, राष्ट्रीय महासचिव कामरेड अमरजीत कौर ने की। बैठक का संचालन पांच सदस्यीय अध्यक्ष मण्डली ने किया। हिमाचल एटक के अतिरिक्त महासचिव ने जानकारी देते हुए कहा कि 21सितम्बर सांय राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक की गई जिसमें सामान्य परिषद के लिए एजंडा तैयार किया गया। उपरोक्त परिषद बैठक में हिमाचल प्रदेश एटक के अतिरिक्त महासचिव एवं राष्ट्रीय सामान्य परिषद सदस्य कामरेड नानक शाण्डिल ने भाग लिया तथा हिमाचल प्रदेश के मजदूरों कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व किया। वहीं एटक के वरिष्ठ मजदूर नेता कामरेड रामा स्वामी व राष्ट्रीय महासचिव कामरेड अमरजीत कौर द्वारा एटक का झंडा लहराया गया। उसके उपरान्त राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कामरेड विद्या सागर गिरी द्वारा शोक प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया। तदोपरांत कामरेड अमरजीत कौर द्वारा राजनीतिक एवं आर्थिक परिदृश्य पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। जिस पर पूरे देश से आए लगभग 45 साथियों ने चर्चा में भाग लिया तथा लगभग 38 प्रस्ताव पारित किए गए।
इस दौरान हिमाचल का प्रतिनिधित्व कर रहे कामरेड नानक शाण्डिल ने हिमाचल प्रदेश में आई भारी आपदा के कारण हुए जान माल व तबाही का उल्लेख करते हुए प्रस्ताव रखा तथा केंद्र सरकार से हिमाचल प्रदेश में आई इस आपदा के कारण हुए भारी नुक्सान की भरपाई के लिए प्रयाप्त सहायता प्रदान कर आपदा प्रभावित राज्य घोषित करने की मांग की। जिसे ध्वनि मत से पारित किया गया। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के परिवहन श्रमिकों की मांगों को भी उजागर करते हुए बताया कि प्रदेश में दिन रात कार्य कर रहे परिवहन निगम के वर्तमान व सेवानिवृत्त कर्मचारी अपने करोड़ों रुपए का भुगतान न होने के कारण संघर्षरत हैं। पेंशनरों को उनके वित्तिय लाभ समय पर न मिलने के कारण अपना व अपने परिवार का निर्वहन करना मुश्किल हो गया है। उपरोक्त परिषद में देश भर से लगभग 300 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। तीन दिन तक चली इस राष्ट्रीय सामान्य परिषद में देश के राजनैतिक एवं आर्थिक हालात तथा श्रमिकों की समस्याओं पर भी गम्भीरता से चर्चा की गई। परिषद की बैठक में एटक के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष कामरेड विनोय विश्वम (सांसद) विशेष रूप से उपस्थित रहे तथा सभा को संबोधित किया। सभी प्रतिनिधियों ने केंद्र सरकार द्वारा लाए गई चार श्रम संहिता को समाप्त करने की मांग के साथ साथ केन्द्र सरकार की मजदूर, कर्मचारी, महिला विरोधी व आमजन विरोधी नीतियों पर खुल कर चर्चा की, तथा केंद्र की बीजेपी सरकार को आमजन, मजदूर, कर्मचारी, बेरोजगार युवाओं, देश के किसानों के साथ साथ छोटे व्यापारियों की विरोधी सरकार बताया।
देश के मजदूरों कर्मचारियों व आम जनता से आह्वान किया गया कि ऐसी सरकार को सत्ता से बाहर उखाड़ फेंकने के लिए एक जुट होकर संघर्ष करें। अन्तिम दिन कामरेड अमरजीत कौर द्वारा वोट फॉर थैंक्स के साथ इन्कलाब जिंदाबाद नारों के साथ सभा समाप्ति की घोषणा की गई।तिरुपुर के यूनिवर्सल थियेटर में पब्लिक मीटिंग का आयोजन भी किया गया था। जिसमें भारत वर्ष से आए प्रतिनिधियों के अलावा हजारों की संख्या में मजदूरों, कर्मचारियों, किसानों, महिलाओं तथा नौजवानों ने भाग लिया इस दौरान महिलाओं की संख्या बहुत ज्यादा थी। पब्लिक मीटिंग को राष्ट्रीय महासचिव कामरेड अमरजीत कौर, कार्यकारी अध्यक्ष एवं सांसद कामरेड विनोय विश्वम के अलावा स्थानीय नेताओं ने भी सम्बोधित किया।