एचपीयू प्रशासन ने 3100 विद्यार्थियों के पेपर दोबारा जांच के लिए भेजे

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 दोबारा चैकिंग पूरी होने के बाद दो से तीन दिन में घोषित होगा रिजल्ट

आवाज़ ए हिमाचल 

शिमला। बीएससी और बीकॉम प्रथम वर्ष के परीक्षा परिणाम में 80 फीसदी छात्रों के फेल होने के मामले में एचपीयू प्रशासन ने विद्यार्थियों के पेपरों की दोबारा चैकिंग शुरू कर दी है। विद्यार्थियों के खराब परीक्षा परिणाम को लेकर एचपीयू प्रशासन की ओर से गठित की गई कमेटी ने रैंडम सैंपलिंग के तौर विद्यार्थियों के पेपर लिए हैं।

जांच कमेटी की ओर से 3100 विद्यार्थियों के पेपर दोबारा चैकिंग के लिए भेजे हैं। एचपीयू प्रशासन द्वारा अब दोबारा से पेपरों की जांच करवाई जा रही है। एक-एक प्रोफसर को 40 से 50 पेपर चैकिंग के लिए दिए गए हैं। एचपीयू की ओर से दो से तीन दिन में फेल हुए विद्यार्थियों की दोबारा चैकिंग करने के बाद दोबारा रिजल्ट घोषित किया जाएगा। फेल हुए विद्यार्थियों के पेपर जांच के लिए गठित की गई कमेटी ने रैंडम सैंपलिंग के तौर पर 3100 छात्र-छात्राओं के पेपर जांच के लिए भेजे हैं। गौर हो कि प्रदेश में यूजी के परीक्षा परिणामों को लेकर पिछले कई दिनों से बवाल मचा है। छात्र लगातार अपनी बात रख रहे हैं और वहीं एचपीयू प्रशासन भी अपनी दलीलें दे रहा है। खराब रिजल्ट के लिए तकनीकी कारण जिम्मेदार हैं या प्रशासन से कोई चूक हुई, कमेटी इस बारे में जांच कर रही है।

हालांकि खराब रिजल्ट का एक बड़ा कारण यह भी है कि प्रदेश के करीब 97 कालेज ऐसे हैं, जो बिना प्रिंसीपल और स्टाफ के चल रहे हैं। ऐसे में इन कालेजों में बच्चों ने कैसे पढ़ाई की और कैसे पेपर दिए, यह अपने आप में बड़ा सवाल है। कॉलेज टीचर एसोसिएशन का भी यह कहना है कि 140 कालेजों में से पूरे प्रदेश में केवल 20 ही कालेज ऐसे हैं, जहां स्थायी प्रिंसीपल हैं। खाली पदों की बात करें तो 555 पद कालेजों में खाली चल रहे हैं। ऐसे में यह देखने वाली बात है कि केवल यूनिवर्सिटी प्रशासन को ही खराब रिजल्ट के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।

छात्र भी ये आरोप लगा रहे हैं कि आठ करोड़ के ईआरपी सिस्टम को सही तरीके से चलाने के लिए शिक्षकों को ट्रैनिंग भी नहीं दी गई है। यूनिवर्सिटी ने इसमें केवल पैसा बर्बाद किया और छात्रों के रिजल्ट खराब हुए हैं। एचपीयू के प्रोफेसर वीसी ज्योती प्रकाश बंसल का कहना है कि कमेटी की ओर से फेल हुए विद्यार्थियों के पेपर रैंडम सैंपलिंग के तौर पर लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि 3100 विद्यार्थियों के पेपर दोबारा चेकिंग के लिए भेजे गए हैं। एक-एक प्रोफेसर को 40 से 50 पेपर चैकिंग के लिए दिए गए हैं। फेल हुए विद्यार्थियों के पेपरों की दोबारा चैकिंग करने के बाद दो से तीन दिन में रिजल्ट घोषित किया जाएगा

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