आवाज़ ए हिमाचल
सचिन सन्तोषी, शाहपुर। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान शाहपुर में शुक्रवार को माननीय प्रधानमंत्री पीएम मोदी द्वारा परीक्षा पे चर्चा के तहत कार्यक्रम का आयोजन वर्ग अनुदेशक श्री मुकेश कौशल, श्री नरेन्द्र शर्मा, श्रीमती नीलम रानी व श्री मनोज ठाकुर की देख रेख में किया गया। इस वेबिनार में संस्थान के समस्त अनुदेशकों के साथ-साथ लगभग 1130 प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम को सुनने के संस्थान में हर व्यवसाय, स्मार्ट क्लासेस, आईटी लैब में अनुदेशकों द्वारा कम्प्यूटर, प्रोजेक्टर व लैपटॉप की व्यवस्था की गई ताकि किसी भी व्यवसाय का प्रशिक्षणार्थी इस कार्यक्रम से वंचित न रह जाए। सभी प्रशिक्षणार्थियों ने पीएम मोदी जी का भाषण उत्सुकता से सुना। प्रशिक्षणार्थियों से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि पीएम मोदी जी ने कहा कि यह मेरा बहुत प्रिय कार्यक्रम है, लेकिन कोरोना के कारण बीच में मैं आप जैसे साथियों से मिल नहीं पाया। मेरे लिए आज का कार्यक्रम विशेष खुशी का है, क्योंकि एक लंबे अंतराल के बाद आप सबसे मिलने का मौका मिल रहा है।
बता दें कि प्रधानमंत्री आज परीक्षा पे चर्चा के 5वें संस्करण में देशभर के छात्र-छात्राओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा, त्योहारों के बीच में एग्जाम भी होते हैं। इस वजह से त्योहारों का मजा नहीं ले पाते, लेकिन अगर एग्जाम को ही त्योहार बना दें, तो उसमें कई रंग भर जाते हैं।
पीएम ने सुनाई फिल्म की कहानी
सुबह पढ़ाई करें या शाम को? खेलने से पहले पढ़े या बाद में? खाली पेट पढ़ें या खा-पीकर? इन सवालों के जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि मुझे एक फिल्म याद आती है जिसमें रेलवे स्टेशन के पास रहने वाले एक व्यक्ति को बंगले में रहने का अवसर मिलता है। वहां उसे नींद नहीं आती तो रेलवे स्टेशन जाकर रेलगाड़ियों की आवाज रिकार्ड करता है और वापस आकर टेप रिकॉर्डर में सुनकर फिर सोता है। आशय ये है कि हमें कंफर्टेबल होना जरूरी है। इसके लिए सेल्फ असेसमेंट करें और देखें कि आप कब और कैसे पढ़ाई के लिए कंफर्टेबल होते हैं।
प्रशिक्षणार्थियों ने कहा कि प्रधानमंत्री पीएम मोदी की बातें हमें मोटीवेट करती है तथा हम आगे से उनके कहें बातों को अपने जीवन में लाएंगे।