आवाज़ ए हिमाचल
ज्वालामुखी, 11 फरवरी। प्रेम में संयम हो तो वो प्रेम परवान जरूर चढ़ता है। ऐसा ही एक मामला ज्वालामुखी में सामने आया है, जिसमें 30 साल तक एक दूसरे का इंतजार किया और अब परिण्य सूत्र में बंधे हैं। लड़की अपने माता पिता की सेवा के कारण शादी नहीं कर सकी और लड़का लड़की का 30 साल तक इंतजार करता रहा।
ज्वालामुखी में आज एक फिल्मी अंदाज में 30 साल की बेपनाह मोहब्बत नागनी माता मंदिर परिसर में मां के आशीर्वाद के साथ परवान चढ़ी है। जिसमें स्कूल समय से एक दूसरे को मन ही मन में अपना बना चुके सुमेश कुमार संजू और कल्पना राणा की नागनी माता मंदिर ज्वालामुखी में शादी हुई है।
इस कहानी में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कल्पना राणा के माता पिता बहुत बीमार थे और घर से बाहर चल फिर नहीं सकते थे। जिस वजह से कल्पना ने शादी नहीं की। अपने माता पिता की सेवा में इतनी बड़ी कुर्बानी देने वाले बहुत कम होते हैं। वही दूसरी ओर उसका प्रेमी सुमेश कुमार संजू उसकी रजामंदी का बेसब्री से इंतजार करता रहा। अपने परिजनों दोस्तों सहयोगी मित्रों के दबाव के बावजूद वह कहीं दूसरी और शादी के लिए राजी नहीं हुआ और शादी करूंगा तो अपने प्यार से करूंगा।
इसी जिद में उसने 30 साल का लंबा इंतजार किया । सुमेश कुमार संजू और कल्पना राणा दोनों 45 साल से ऊपर हैं और आज 30 साल के लंबे अरसे के बाद उनकी मोहब्बत परवान चढ़ी है।
सुमेश कुमार स्नातकोत्तर पढ़े लिखे हैं और मोबाइल फोन का शोरूम ज्वालामुखी में चला रहे हैं जबकि कल्पना एक अध्यापिका है और बहुत ही सभ्य और शिक्षित परिवार से संबंधित है।