ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की संतुति पर शीर्ष नेतृत्व को भेजा प्रस्ताव
आवाज़ ए हिमाचल
जी डी शर्मा, राजगढ़। पच्छाद कांग्रेस ने विधानसभा सभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी के विरुद्ध कार्य करने वाले नेताओं पर अनुशासन का डंडा चलाना आंरभ कर दिया है। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी पच्छाद की एक बैठक में मंडल अध्यक्ष जय प्रकाश की अध्यक्षता में संपन हुई जिसमें लगभग 3 दर्जन से अधिक बागी नेताओं को पार्टी से निष्कासित करने का प्रस्ताव पास किया है, जिसे प्रदेश हाई कमान को भेज दिया है। मंडल ने पार्टी प्रत्याशी दयाल प्यारी व कार्यकर्ताओं से सलाह के बाद यह अहम निर्णय लिया है।
प्रदेश हाईकमान को भेजे प्रस्ताव में मंडल ने कहा है कि वर्तमान संजीव शर्मा, पंकज मुसाफिर, परीक्षा चौहान, दिनेश आर्या, ऊषा तोमर, वीरेन्द्र झालटा , राजकुमार ठाकुर, विवेक शर्मा, आशा प्रकाश, अजय चौहान, सुनील शर्मा (थुनू), हरिदास बनोल्टा, दैवेद्र शास्त्री, बेलीराम शर्मा, इंद्रा कश्यप, मोनी ठाकुर, सदानंद, सूर्यकांत सेवल, विनय भगनाल, कमल रपटा, जाति राम कमल, यश पाल ठाकुर (चिंटू), धर्मेंद्र वर्मा, जितेंद्र ठाकुर, मनोज ठाकुर, पूर्ण ठाकुर, चतर सिंह, सुधीर ठाकुर, राजेश ठाकुर, ज्ञान गोतम, जगदीश दत्त, रॉन दत्त्, हरी दत्त, कुंदन सिंह, सज्जन सिंह, धर्म सिंह व सुनील कुमार ने इस चुनाव विधान सभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के खिलाफ कार्य किया है और इन्होंने साजिश रचकर पार्टी प्रत्याशी को हराने के लिए कार्य किया। इन्हें पार्टी से निष्कासित किया जाए। यहां काबिले जिक्र है कि विधानसभा चुनाव से पहले ब्लाक कांग्रेस कमेटी को पहले ही भंग कर दिया गया था।
पच्छाद कांग्रेस मंडल के पूर्व मीडिया प्रभारी सुधीर ठाकुर ने बताया कि विधानसभा चुनाव में पार्टी ने दयाल प्यारी को पच्छाद से प्रत्याशी बनाया था लेकिन इन लोगों ने आजाद चुनाव लड़े पूर्व विधायक जीआर मुसाफिर के समर्थन में खुलकर प्रचार-प्रसार किया। इससे जहां मुसाफिर की हार हुई वहीं इन बागी नेताओं की बदौलत पार्टी प्रत्याशी दयाल प्यारी भी चुनाव हार गई। मंडल अध्यक्ष जय प्रकाश चौहन ने बताया कि यदि इस चुनाव में जीआर मुसाफिर पार्टी की अधिकृत प्रत्याशी दयाल प्यारी का साथ देते तो वह बड़े मार्जन के साथ जीत दर्ज करती, लेकिन मुसाफिर की पूरी टीम ने कांग्रेस पार्टी के साथ भीतर घात करके दयाल प्यारी को हराने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
उन्होंने बताया कि मंडल की बैठक में निर्णय लिया गया कि चुनाव में भीतरघात करने वाले इन कांग्रेस कार्यकार्यताओ को 6 वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित किया जाए ताकि यह लोग भविष्य में कांग्रेस पार्टी को नुकसान न पहुंचा सकें। मंडल ने तीन दर्जन से अधिक नेताओं के निष्कासन का मामला उठाया है। मंडल अध्यक्ष जय प्रकाश चौहन ने बताया की उपरोक्त सभी को कांग्रेस पार्टी से छंह साल के लिए निष्काषित किया जाए।