आवाज़ ए हिमाचल
ऊना। टीबी मुक्त अभियान के लिए अपनी पॉकेट मनी डोनेट करने वाली ऊना की सात वर्षीय बच्ची नलिनी सिंह रातोंरात देश की आइकन बन गई है। नि:क्षय मित्र नलिनी सिंह ने जैसे ही टीबी मुक्त भारत अभियान के लिए अपनी गुल्लक तोड़ी और राशि केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग को भेजी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. मनसुख मांडविया ने नलिनी के फोटो के साथ ट्वीट कर शाबाशी देकर उसक हौसलाफजाई की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक जैसे ही मासूम नलिनी की समझ की जानकारी पहुंची, वह अति प्रसन्न हुए और बेटी के प्रयास को ‘गुड जेस्चर’ बताया। प्रधानमंत्री ने केंद्रीय मंत्री के ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए नलिनी सिंह के प्रयासों को सराहा और बिटिया को बधाई दी। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा ‘गुड गेस्चर’। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ऊना की बेटी के प्रयासों की सराहना करना अब चर्चा का विषय बन गया है। सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री के इस ट्वीट को भारी संख्या में लाइक्स मिल रहे हैं। बड़ी संख्या में लोगों ने कमेंट्स करते हुए सात वर्षीय नलिनी सिंह के टीबी मुक्त भारत अभियान में योगदान की सराहना की है।
गौरतलब है कि नलिनी सिंह ने अपनी पॉकेट मनी की सारी राशि टीबी मुक्त भारत अभियान में दान कर दी थी। उसके इस प्रयासों को राज्यपाल हिमाचल प्रदेश ने भी सराहा था और विगत दिनों ऊना में संपन्न एक कार्यक्रम में नलिनी सिंह को राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने हिमाचली टॉपी और शॉल पहनाकर सम्मानित भी किया था।