आवाज ए हिमाचल
27 अप्रैल। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पुरी जिले के सभी धर्मानुष्ठान को बंद कर दिया गया है। प्रशासन ने 15 मई तक मंदिर, चर्च, मस्जिद आदि तमाम धर्मानुष्ठान को बंद रखने का निर्णय लिया है। इन धर्मानुष्ठानों में केवल रीति नीति का पालन किया जाएगा, भक्तों के प्रवेश पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। 15 मई के बाद उस समय की स्थिति को देखकर पुन: आगे का निर्णय लिए जाने की जानकारी पुरी के उप जिलाधीश भव तारण साहू ने दी है। इससे पहले पुरी जगन्नाथ मंदिर प्रशासन की तरफ से पुरी जगन्नाथ मंदिर को 15 मई तक बंद कर दिया गया है।
कोरोना प्रकोप को देखते हुए पुरी जगन्नाथ मंदिर को 15 मई तक बंद करने का निर्णय पहले ही लिया जा चुका है। इस समय के दौरान जगन्नाथ मंदिर में किसी भी भक्त को जाने की अनुमति नहीं है। महाप्रभु की रीति नीति याथवात चल रही है।कोरोना की दूसरी लहर में जगन्नाथ मंदिर के कई सेवक, कर्मचारी संक्रमित हुए हैं।आगे की स्थिति अधिक गम्भीर हो सकती है। ऐसे में श्रीजीउ की नीति प्रभावित ना होने पाए, इसके लिए भक्तों को जगन्नाथ मंदिर को बंद करने का निर्णय जगन्नाथ मंदिर प्रशासन की तरफ लिया गया है।
वहीं दूसरी तरफ आगामी 15 तारीख से 21 दिवसीय महाप्रभु की चंदनयात्रा है। महाप्रभु की चलंति प्रतिमा जगन्नाथ मंदिर से निकलकर चंदन पुष्करिणी में जलक्रीड़ा करती हैं। हालांकि पिछले साल कोरोना संक्रमण के कारण महाप्रभु की चंदन यात्रा श्रीमंदिर के अन्दर ही गई थी। ऐसे में इस साल महाप्रभु की चंदन यात्रा जगन्नाथ मंदिर के बाहर होगी या मंदिर के अन्दर ही सम्पन्न होगी उस संदर्भ में आगामी 6 तारीख को होने वाली बैठक में निर्णय लिए जाने की जानकारी मंदिर प्रशासन की तरफ से दी गई है।