आवाज ए हिमाचल
15 जनवरी। केंद्रीय विद्यालय हमीरपुर की विद्यालय मैनेजमेंट कमेटी की बैठक शुक्रवार को उपायुक्त देवाश्वेता बनिक की अध्यक्षता में स्कूल परिसर में आयोजित की गई। बैठक में विद्यालय से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। इस अवसर पर उपायुक्त ने विद्यालय परिसर में प्रस्तावित सभी ढांचागत विकास और मरम्मत कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने कहा कि केंद्रीय विद्यालय का परिसर ग्रामीण क्षेत्र के अंतर्गत आता है। इसलिए यहां कुछ कार्य मनरेगा कनवर्जंेस के माध्यम से भी करवाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि विकास में जनसहयोग योजना के तहत स्वीकृत धनराशि से स्कूल परिसर में मंच निर्माण व अन्य आवश्यक कार्य जल्द पूरे किए जाएंगे।
इसके अलावा बास्केटबाल कोर्ट के निर्माण, मैदान के विस्तार, चहारदीवारी और अन्य ढांचागत कार्यों के लिए भी पर्याप्त धनराशि के प्रावधान की संभावनाएं तलाशी जाएंगी। बैठक के दौरान कमेटी ने भवन की मरम्मत एवं पेंट-व्हाईटवाश, स्टाफ रूम के लिए फर्नीचर और अन्य सामग्री की खरीद को भी मंजूरी प्रदान करने का निर्णय लिया।देवाश्वेता बनिक ने बताया कि स्कूल नर्सरी योजना के तहत केंद्रीय विद्यालय हमीरपुर को नर्सरी एवं पौधारोपण के लिए वन विभाग के सहयोग से जमीन उपलब्ध करवाई जाएगी।
इस योजना के तहत पौधारोपण करके केंद्रीय विद्यालय के विद्यार्थी पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान दे सकेंगे। इसके अलावा स्कूल में एनसीसी की यूनिट स्थापित करने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। विद्यालय की उपलब्धियों और विभिन्न गतिविधियों पर संतोष व्यक्त करते हुए उपायुक्त ने स्कूल प्रशासन को निर्देश दिए कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए पाठ्यक्रम में पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद, सांस्कृतिक और अन्य गतिविधियों का भी समावेश किया जाना चाहिए। बैठक में केंद्रीय विद्यालय से संंबंधित अन्य मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य एवं कमेटी के सचिव सुनील चौहान ने सभी मुद्दों और स्कूल की विभिन्न उपलब्धियों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। वरिष्ठ शिक्षिका शालिनी ने उपायुक्त और विद्यालय मैनेजमेंट कमेटी के अन्य सदस्यों का धन्यवाद किया। बैठक में उच्चतर शिक्षा उपनिदेशक दिलवरजीत चंद्र, प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक बीके नड्डा, कमेटी के अन्य सदस्य, अभिभावकों के प्रतिनिधि तथा विद्यालय के शिक्षक भी उपस्थित थे। बैठक के बाद उपायुक्त ने विद्यालय परिसर का निरीक्षण भी किया और स्कूल प्रबंधन को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।