आवाज़ ए हिमाचल
पालमपुर। पहली बार आयोजित मिस-मिस्टर इंडिया विद डाऊन सिंड्रोम पेजैंट में हिमाचल की बिटिया ने मिस इंडिया डाऊन सिंड्रोम फर्स्ट रनरअप का खिताब व टैलेंट राऊंड का विजेता बनने का गौरव प्राप्त किया है। देहरा से संबंधित अहिदा सरमाई ने यह उपलब्धि प्राप्त की है। मिस-मिस्टर इंडिया विद डाऊन सिंड्रोम युक्त भारतीयों के लिए विश्व का पहला पेजैंट रायपुर में आयोजित किया गया। डाऊन सिंड्रोम फैडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा सीखने की अक्षमता वाले लोगों के लिए एक शैक्षिक अकादमी हैप्पीनेस इज खुशी के सहयोग से आयोजित किया गया। इस पेजैंट में समूचे भारत में 40 की शॉर्टलिस्ट में से 15 फाइनलिस्ट चुने गए थे। प्रतियोगिता में तीन राऊंड आयोजित किए गए। इनमें प्रतिभागियों को रैंप वॉक, प्रतियोगियों द्वारा भाषण और टैलेंट शो में प्रतिस्पर्धा करनी थी।
डाऊन सिंड्रोम फैडरेशन ऑफ इंडिया की अध्यक्ष और पेजैंट के मुख्य संरक्षक डाॅ. रेखा रामचंद्रन का कहना है कि इस मंच के माध्यम से उन लोगों की मानसिकता को बदलने का प्रयास कर रहे हैं, जो सोचते हैं कि डाऊन सिंड्रोम वाले लोग पीड़ित हैं जबकि ये सच नहीं है। ऐसे में विश्व यह देखे और समझे कि ये व्यक्ति न केवल नृत्य, नाटक या संगीत में सक्षम हैं अपितु वे इससे बहुत आगे हैं और सौंदर्य प्रतियोगिता में भी प्रदर्शन कर सकते हैं और हमें उन पर गर्व है।
उन्नति सुराना और शरण दिल्लीवाला को मिस्टर एंड मिस इंडिया डाऊन सिंड्रोम का ताज पहनाया गया। हिमाचल प्रदेश की रहने वाली अहिदा सरमाई को मिस इंडिया डाऊन सिंड्रोम फर्स्ट रनरअप का ताज पहनाया गया। अहिदा को टैलेंट राऊंड का विजेता भी चुना गया। इस राऊंड में अहिदा ने अपने आत्मविश्वास से भरे रैंप वॉक और कथक प्रदर्शन से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। अहिदा की मां सुप्रेना सरमाई का कहना है कि इस प्रकार के मंच हमारे बच्चों की विभिन्न प्रतिभाओं की अभिव्यक्ति में सहायता करते हैं।