आवाज ए हिमाचल
03 जून। चार महीने पहले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत बने थे। शुक्रवार को तीरथ सिंह रावत ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के समक्ष अपना इस्तीफा दे दिया। इसके पीछे की वजह प्रदेश में संवैधानिक संकट पैदा होना बताया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, तीरथ सिंह रावत शुक्रवार शाम को इस्तीफा देकर दिल्ली से देहरादून रवाना हो गए। शनिवार सुबह करीब दस बजे वह राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मुलाकात करेंगे और उन्हें इस्तीफा सौंप देंगे। इसी बीच शनिवार को भाजपा विधायक दल की बैठक बुलाई गई है, जहां नए मुख्यमंत्री का चुनाव होगा। इस दौरान केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पर्यवेक्षक के तौर पर मौजूद रहेंगे।
इससे पहले इस्तीफे की पेशकश करते हुए तीरथ सिंह रावत ने कहा है कि आर्टिकल 164 ए के हिसाब से उन्हें मुख्यमंत्री बनने के छह महीने में विधानसभा का सदस्य बनना था, लेकिन आर्टिकल 151 कहता है कि अगर विधानसभा चुनाव में एक वर्ष से कम का समय बचता है, तो वहां पर उपचुनाव नहीं कराए जा सकते हैं। उतराखंड में संवैधानिक संकट न खड़ा हो, इसलिए मैं मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देना चाहता हूं। उत्तराखंड के अगले मुख्यमंत्री के लिए सतपाल महाराज, धन सिंह रावत समेत चार वरिष्ठ विधायकों के नाम की चर्चा है।