आवाज़ ए हिमाचल
बिलासपुर। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत मिलने वाली दालों से इस बार उपभोक्ताओं को वंचित रहना पड़ा है। इस बार डिपुओं से दालें गायब रही हैं। उपभोक्ताओं को दालें न मिलने के चलते बाजार से महंगे दामों पर बाजार से खरीददारी करनी पड़ेगी। इससे उपभोक्ताओं को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ेगा। हालांकि दालों की सप्लाई डिपुओं में सुचारू करने को लेकर उच्च स्तर पर प्रक्रिया अपनाई जा रही है, जिससे उम्मीद लगाई जा रही है कि जल्द ही उपभोक्ताओं को दालें मिलेंगी। इस बार उपभोक्ताओं को मात्र आटा, चावल, तेल ही मिल पाया है। कई जगह पर उपभोक्ताओं को नमक का कोटा भी नहीं मिल पाया है। वहीं, दालों को भी उपभोक्ताओं को इंतजार करना पड़ेगा, साथ ही डिपुओं के दो-दो चक्कर भी काटने पड़ेंगे। बताया जा रहा है कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत मिलने वाली दालों के दाम और बाजार के दाम में काफी अंतर है।
डिपुओं में दालें मिलने के चलते लोगों को बड़ी राहत मिलती है, प्रदेश के करीब 20 लाख राशनकार्ड धारकों को मजबूरी में ही बाजार में महंगे दामों पर दालें खरीदनी होंगी। उधर, इस बारे में जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक बृजेंद्र पठानिया ने कहा कि इस बार अभी तक डिपुओं में दालें नहीं पहुंच पाई हैं। उन्होंने कहा कि उच्च स्तर पर दालों की सप्लाई को लेकर प्रक्रिया अपनाई जा रही है। वहीं, उपभोक्ताओं को चावल, आटा, नमक, तेल मुहैया करवाया गया है। इसके अलावा जैसे ही विभाग के पास दालों की सप्लाई पहुंचेंगी, उपभोक्ताओं में वितरित की जाएगी। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत बेहतर सुविधा प्रदान की जा रही है। लोगों को सरकार की योजना का लाभ मिल रहा है।