आवाज़ ए हिमाचल
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे इस्लामाबाद हाई कोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया। इमरान खान दो मामलों में जमानत के लिए हाई कोर्ट पहुंचे थे। इसी दौरान पाक रेंजर्स ने कोर्ट में बने बायोमीट्रिक रूम का शीशा तोड़ते हुए इमरान को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें कॉलर से पकडक़र लगभग धकेलते हुए गाड़ी में बैठाया गया और 23 किलोमीटर दूर रावलपिंडी में स्पेशल सिक्योरिटी में पहुंचाया गया। बुधवार को उन्हें स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा।
अचानक की गई इस कार्रवाई से खफा इस्लामाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस आमेर फारूक ने गिरफ्तारी के बाद होम सेक्रटरी और इस्लामाबाद के पुलिस चीफ को 15 मिनट के भीतर कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया। जस्टिस फारूक ने कहा कि अगर पुलिस चीफ कोर्ट में पेश नहीं हुए तो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को यहां बुलाएंगे। ये लोग कोर्ट में आएं और बताएं कि इमरान को किस मामले में और क्यों गिरफ्तार किया गया? इसके बाद कोर्ट में पेश हुए आईजी अकबर खान ने कहा कि अल-कादिर ट्रस्ट स्कैम केस में इमरान को गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद कोर्ट ने गिरफ्तारी के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई पूरी करते हुए फैसला सुरक्षित रख लिया। उधर, इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद इस्लामाबाद हाईकोर्ट के बाहर भगदड़ मच गई। इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने आरोप लगाया कि खान को पीटा गया है। पार्टी ने खून से लथपथ इमरान के वकील का वीडियो भी पोस्ट किया है।
मामले की भनक लगते ही भडक़े पीटीआई कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया और कई जगह आगजनी और तोडफ़ोड़ शुरू कर दी। कई जगह पर लंबे-लंबे जाम देखे गए। लाहौर में एक आर्मी कमांडर के घर पर भी पीटीआई के कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया। उनके घर में रखे बेशकीमती सामान तोड़ दिए और कुछ लूटकर ले गए। इसके अलावा पेशावर और बन्नू शहरों में पुलिस और पीटीआई कार्यकर्ताओं के बीच झड़पों की खबर है। पीटीआई के भारी विरोध के बीच पूरे पाकिस्तान में धारा 144 लगा दी गई है। उधर, होम मिनिस्टर राणा सनाउल्लाह ने कहा कि इमरान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को पिछले साल मई से ही नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो की तरफ से बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस जारी किए जा रहे थे। वह जांच में शामिल नहीं हो रहे थे। ये 50 से 60 अरब रुपए का घोटाला है। इसी मामले में गिरफ्तारी की गई है।