आवाज़ ए हिमाचल
शिमला, 10 मई। खालीस्तान समर्थक गुरुपतवंत सिंह उर्फ पन्नू द्वारा यूएसए से संदेश भेजने के किले एक वैब एपलीकेशन का उपयोग किया गया था। मामले की जांच के दौरान इंटरनेट प्रोटोकाल का विश्लेषण करने पर इसका खुलासा हुआ है। पुलिस द्वारा आरोपी गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ इंटरपोल की मदद से रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा रहा है।
खालीस्तान समर्थक गुरुपतवंत सिंह पन्नू द्वारा विदेश में बैठकर सोशल मीडिया एवं आधुनिक संचार तकनीकों के माध्यम से आम जनता, पत्रकारों एवं जनप्रतिनिधियों के मोबाईल नंबरों एवं उनके सोशल मीडिया खातों पर भ्रामक एवं धमकी भरे संदेश पूर्व में प्राप्त हुए थे। जुलाई, 2021 के आखीरी सप्ताह में उसने प्रदेश के कुछ लोगों, पत्रकारों एवं जनप्रतिनिधियों को एक मिनट का रिकॉर्ड किया हुआ संदेश उनके मोबाइल पर भेजा गया था।
इसमें उसने 15 अगस्त को भारतीय तिरंगा न फहराने देंगे की धमकी दी थी और खालिस्तान समर्थक सिखों को प्रलोभन देकर इस कार्य को करने के लिए उकसाया था। इसी प्रकार के एक अन्य संदेश में सरकार को किसान विरोधी कानून के लिए जिम्मेदार ठहराया और हिमाचल प्रदेश के लोगों को 15 अगस्त के दिन घर पर ही रहने की धमकी दी थी।
इस बारे में प्रदेश पुलिस द्वारा राज्य गुप्तचर विभाग के साइबर अपराध थाना शिमला में 124, 153, 506, 120 बी आईपीसी, 13 अनलॉफुल एक्टीवीटीस (प्रोवीशन) एक्ट व 66 आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था। मामले की जांच के दौरान गुरुपतवंत सिंह पन्नू के द्वारा भेजे गए ऑडियो संदेश की आवाज का सपेक्ट्रम राज्य न्यायालिक विज्ञान प्रयोगशाला जुन्गा द्वारा विश्लेशण किया गया, जिसमें संदिग्ध आवाज उपरोक्त गुरपतवंत सिंह पन्नू की ही पाई गई है।
डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि मामले की जांच के दौरान इंटरनेट प्रोटोकाल का विश्लेषण करने पर यह तथ्य भी सामने आया है कि ये संदेश यूएसए से एक वेब एप्लीकेशन का उपयोग करते हुए भेजे गए थे। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा आरोपी पन्नू के खिलाफ इंटरपोल की मदद से रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा रहा है तथा शीघ्र ही उपरोक्त अभियोग में कानूनी प्रक्रिया के अनुसार उसके खिलाफ आरोप पत्र तैयार करके अदालत में पेश किया जाएगा। पन्नू खालिस्तान समर्थक संगठन सिख फॉर जस्टिस का स्वयंभू सरगना है।