आवाज ए हिमाचल
शिमला। प्रदेश के पांच शक्तिपीठों में 15 से 23 अक्तूबर तक मनाया जाने वाले आश्विन नवरात्र मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस का पहरा रहेगा। शक्तिपीठों में मेले के दौरान पुलिस टीमें सीसीटीवी और ड्रोन के माध्यम से पैनी निगाह रखेंगी। नयनादेवी में आईटीएमएस सिस्टम से वाहनों पर नजर रखी जाएगी। इसके अलावा नवरात्र मेले में माल वाहक वाहनों में सवारियां लाने पर पूर्णतय प्रतिबंध रहेगा। बाहरी राज्यों से मालवाहक वाहनों में आने वाले श्रद्धालुओं को प्रदेश की सीमा पर ही रोक दिया जाएगा। इसको लेकर पुलिस प्रशासन ने तैयारियों पूरी कर ली हैं। शक्तिपीठों की सुरक्षा में आईआरबीएन सहित जिला पुलिस और होमगार्ड जवानों समेत करीब 1150 जवान तैनात किए गए हैं। शक्तिपीठों में कमांडो और क्यूआरटी टीम की तैनाती की गई है। एसपी ऊना अर्जित सेन ठाकुर ने बताया कि चिंतपूर्णी मंदिर में आश्विन नवरात्र मेले के लिए 200 पुलिस और 200 होमगार्ड जवान तैनात किए गए हैं। अर्जित सेन ठाकुर ने बताया कि मेला क्षेत्र को नौ सेक्टर में बांटा गया है। मेले में पुलिस की क्यूआरटी टीम भी तैनात की गई है। एसपी ने कहा कि मेले के दौरान मालवाहक वाहनों में सवारियां ढोने पर प्रतिबंध रहेगा। मेले के दौरान माता के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं को दर्शन पर्ची माई दास सदन, शंभू बैरियर और एमआरसी में मिलेगी। लंगर लगाने की अनुमति लेना अनिवार्य है। वहीं, एसपी बिलासपुर कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन ने बताया कि नयनादेवी मंदिर में नवरात्र मेले के लिए में कुल 250 पुलिस जवान और 100 हामेगार्ड के जवान तैनात किए गए हैं। डीएसपी नयनादेवी विक्रांत को मेला अधिकारी लगाया गया है। मेला क्षेत्र को नौ सेक्टर में बांटा गया है। इसके अलावा मेले में ड्रोन और सीसीटीवी से हर सेक्टर पर निगाह रखी जाएगी। वहीं ज्वालाजी, बजे्रश्वरी देवी मंदिर और चामुंडा देवी मंदिर में पुलिस की छह रिजर्व और जिला पुलिस कर्मी एवं 250 होमगार्ड जवान तैनात किए गए हैं।
एसपी धर्मशाला शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि मेले में शक्तिपीठों में सीसीटीवी और ड्रोन से निगाह रखी जाएगी। मेला क्षेत्र में क्यूआरटी भी तैनात की गई है।