आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा. जितेंद्र सिंह द्वारा नई दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के लिए दो डॉप्लर वैदर राडार स्थापित करने के उद्घाटन समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने केंद्र सरकार से हिमाचल प्रदेश के लिए आपदा कोष में वृद्धि करने का आग्रह किया, क्योंकि राज्य अपनी कठिन भौगोलिक और जलवायु परिस्थितियों के कारण विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित है।
बता दें कि डॉप्लर राडार मंडी जिले के मुरारी देवी व चंबा जिले के जोत में स्थापित किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये राडार विशेषकर कम दूरी के पूर्वानुमानों के लिए सभी दिशाओं में 100 किलोमीटर के दायरे में भारी बारिश, आंधी और ओलावृष्टि की जानकारी देने में सक्षम होंगे। ये राडार राज्य के लिए क्षेत्र विशिष्ट पूर्वानुमान और चेतावनी में सुधार करने में सहायक होंगे। उन्होंने कहा कि ये मौसम की निगरानी क्षमताओं में वृद्धि करेंगे और सटीक डाटा उपलब्ध करवाएंगे, जिससे प्रशासन को मौसम के कारण होने वाली आपदाओं के नुकसान को कम करने के लिए पूर्व प्रबंधन में सहायता मिलेगी।
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि शिमला जिले के कुफरी में 15 जनवरी, 2021 को एक डॉप्लर वैदर राडार पहले ही स्थापित किया जा चुका है और इन दो अतिरिक्त राडारों के क्रियाशील होने से राज्य का लगभग 70 प्रतिशत क्षेत्र मौसम पूर्वानुमान के दायरे में आ जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी भी किन्नौर और लाहुल-स्पीति जिलों का लगभग 30 प्रतिशत क्षेत्र इन राडार के दायरे में नहीं आएगा। बता दें कि हाल ही के वर्षों में बादल फटने से प्रदेश में भारी नुकसान हुआ है, इसलिए यह महत्त्वपूर्ण है कि पहले से निवारक उपाय करने के लिए एक उचित मौसम पूर्वानुमान तंत्र विकसित किया जाए।
इस मौके पर राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, प्रधान सचिव ओंकार शर्मा, आरडी नज़ीम और भरत खेड़ा, अक्षय सूद, एम. महापात्रा आदि अधिकारी उपस्थित थे।