आवाज ए हिमाचल
यशपाल ठाकुर,परवाणू
20 फरवरी।परवाणू में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा आपदा से बचाव एवं निपटने को लेकर तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का सफल आयोजन किया गया।कार्यक्रम सहायक आयुक्त विकास एवं खंड विकास अधिकारी प्रवीण भारद्वाज की अध्यक्षता में संयोजक व एसईबीपीओ विकास खंड धर्मपुर राम स्वरुप वर्मा की देख रेख में किया गया।आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा यह पूरा कार्यक्रम परवाणू नगर परिषद के कमियूनिटी हॉल में आयोजित किया गया था जिसका बुधवार को।समापन हो गया।सरकार एवं जिला उपायुक्त के दिशा निर्देशों पर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण विकास खंड धर्मपुर के अंतर्गत 6 पंचायतों के लगभग 43 ग्रामीणों एवं युवा स्वयंसेवकों की टास्क फोर्स के निर्माण हेतु आपदा प्रबंधन के इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस दौरान जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रशिक्षण में सभी स्वयंसेवको को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षण देने आए अधिकारियों ने सभी प्रतिभागियों को इस तीन दिवसीय कार्यशाला के सफलतापूर्वक समापन पर बधाई दी।इसके साथ उन्होंने सभी से आग्रह किया कि भविष्य में किसी भी प्रकार की स्थानीय आपदा की स्थिति में इन सभी प्रशिक्षित स्वयंसेवकों का सहयोग स्थानीय प्रशासन को मिले,जिससे आपदा के दौरान जान एवं माल का नुकसान होने से बचाया जा सके।इसके साथ ही उन्होंने आग्रह किया कि जो भी प्रशिक्षित स्वयंसेवक यहां से प्रशिक्षित हुए हैं, वह सभी अपनी अपनी पंचायतों एवं गांव के स्तर पर भी लोगों को आपदा प्रबंधन एवं फर्स्ट रिस्पांडर के महत्व को सभी के साथ सांझा करेंगे। इस अवसर पर उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा विभाग से डॉ राजकुमार पराशर सहित दलीप सिंह, महेन्द्र सिंह, अरुण सिंह, अमन कुमार, मनोज कुमार, टकसाल पंचायत उप प्रधान नीरज शर्मा, कमलजीत विशेष रूप से उपस्थित रहे।एसईबीपीओ राम स्वरुप वर्मा ने बताया कि परवाणू में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के माध्यम से यह प्रशिक्षण शिविर लगाया गया, जिसमें परवाणू व इसके साथ लगती लगभग 6 पंचायतों टकसाल पंचायत, जंगशु, प्राथा, नारायणी, मेहलों के प्रतिनिधि व स्वयंसेवक इस में मौजूद रहे।राम स्वरुप वर्मा ने कहा इस कार्यक्रम के माध्यम से आपदाओं के मुख्य स्वरुप से एवं किस किस तरह से आपदा कभी भी हमारे जीवन में आ सकती हैं तथा उन आपदाओं से हमें कैसे निपटना है उसके बारे प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने कहा कि जब भी किसी क्षेत्र में आपदा आएगी तो उस समय हमारे द्वारा दिए गए प्रशिक्षण से यह स्वयंसेवी रेस्पॉन्ड टास्क फ़ोर्स बन कर सबसे पहले राहत बचाव के कार्य शुरू करेंगे।राम स्वरुप वर्मा ने कहा आपदा दो तरह की होती है एक प्राकृतिक एवं दूसरी मानव निर्मित, दोनों ही आपदाओं में बचाव कार्यों को लेकर हमारी प्राथमिकता क्या होनी चाहिए उस बारे भी शिविर में प्रशिक्षण दिया गया।