आवाज़ ए हिमाचल
ब्यूरो, धर्मशाला। आपदा के समय समाज के हर वर्ग की भूमिका अहम है तथा अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए प्रत्येक संस्था, गैर सरकारी संगठन और सामाजिक संगठनों को सामूहिक रूप से कार्य करना चाहिए। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा आयोजित डिस्ट्रिक्ट इंटर एजेंसी ग्रुप की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी रोहित राठौर ने यह बात कही। बैठक में जिला भर में कार्यरत प्रमुख गैर सरकारी संस्थाओं, संगठनों, समूहों और आपदा प्रबंधन में सक्रिय सभी विभागों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में प्रतिभागियों से बातचीत कर आपदा प्रबंधन को लेकर उनके सुझावों और विचारों पर विस्तार से चर्चा हुई।
एडीएम ने संबंधित विभागों और गैर सरकारी संस्थाओं के भीतर व्यक्तियों की भूमिकाओं और जिम्मेदारियों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने आपदा के दौरान सबको तालमेल बढ़ाने के लिए समन्वय पर बल देने की बात कही। उन्होंनेे बताया कि इस बैठक में प्रतिभागियों को बाढ़, आग, भूकंप, सड़क दुर्घटनाओं और रासायनिक खतरों सहित प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं के प्रबंधन को लेकर महत्वपूर्ण सुझाव दिए और उनकी जिम्मेदारियां सुनिश्चित की गई।
उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन के लिए कार्ययोजना के साथ विभागों और गैर सरकारी संस्थाओं का बेहतर आपसी समन्वय अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान सभी वर्गों को अपनी भूमिका को ध्यान में रखते हुए अन्य विभागों से बेहतर तालमेल के साथ कार्य करना चाहिए। उन्होंने इस प्रकार की बैठकों को नियमित अंतराल में आयोजित कराने की बात कही। उन्होंने प्रतिभागियों को देश-विदेश के वास्तविक उदाहरण देते हुए आपदा प्रबंधन के मूल सिद्धांतों को समझाया।
मिनी सचिवालय धर्मशाला में आयोजित इस बैठक में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के रिसोर्स पर्सन नवनीत यादव ने जलवायु परिवर्तन पर विस्तार से अपनी बात रखी। इस दौरान डीडीएमए कांगड़ा से भानू शर्मा और रॉबिन सहित विभिन्न हितधारक उपस्थित रहे।