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विक्रम सिंह, धर्मशाला। तिब्बतियों के सर्वोच्च धर्मगुरु दलाईलामा ने कहा कि आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ प्राचीन ज्ञान मूल्यों को भी समझने की जरूरत है। शुक्रवार को मैक्लोडगंज के चुगलाखंग बौद्ध मठ में भारत तिब्बत सहयोग मंच के रजत जयंति समारोह में शिरकत करते हुए दलाईलामा ने प्राचीन ज्ञान और आधुनिक शिक्षा पर एक साथ ध्यान केंद्रित करने पर बल देते हुए कहा कि सौहार्दता शांति और सद्भाव की कुंजी है।
उन्होंने कहा कि प्राचीन और आधुनिक दोनों प्रकार की शिक्षाओं का एक साथ अध्ययन करने से हमें लाभ होगा। दलाई लामा ने यहां तिब्बती समुदाय के प्रति निरंतर समर्थन के लिए भारत सरकार और विभिन्न राज्य सरकारों के प्रति भी आभार व्यक्त किया।
उन्होंने तिब्बत के मुद्दे के समर्थन के लिए भारत तिब्बत सहयोग मंच के सदस्यों के प्रति अपनी बधाई और आभार भी व्यक्त किया।
समारोह में आरएसएस वरिष्ठ प्रचारक एवं भारत तिब्बत सहयोग मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंद्रेश कुमार, कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद किशन कपूर सहित आरएसएस और भाजपा के नेता मौजूद रहे।