आवाज़ ए हिमाचल
08 सितंबर।हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के तहत राज्य मुक्त विद्यालय (एसओएस) की आठवीं कक्षा की परीक्षा के लिए अब पांचवीं कक्षा पास होना जरूरी है। बिना पांचवीं कक्षा के सर्टिफिकेट के अभ्यर्थी एसओएस के तहत आठवीं की परीक्षा नहीं दे पाएंगे। नौवीं और 11वीं कक्षा में टर्म प्रणाली बंद कर दी गई है। इस पर बोर्ड की बीओडी ने मुहर लगा दी है। यह फैसला गुरुवार को बोर्ड की हुई 119वीं बीओडी की बैठक में लिया गया। बैठक में छात्र, कर्मचारी हित में कई अहम फैसले लिए गए।स्कूल शिक्षा बोर्ड की बीओडी की 119वीं बैठक अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार सोनी की अध्यक्षता में हुई। इसमें बोर्ड सदस्य कुलपति डॉ. वाईएस परमार उद्यान एवं वानिकी विवि सोलन और कुलपति प्रदेश कृषि विवि पालमपुर से उनके प्रतिनिधि, शिवदयाल प्रधानाचार्य राजकीय महाविद्यालय चंबा, दिला रम चौहान महासचिव हिमाचल शिक्षा समिति सुन्नी शिमला, रघुवीर राणा प्रधानाचार्य एसवीएम बैजनाथ, पवन कुमार प्रधानाचार्य राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जिला बिलासपुर, नरेंद्र कुमार सूद प्रधानाचार्य राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पोर्टमोर, रामकृष्ण, रमेश चंद शर्मा और बोर्ड सचिव डॉ. मधु चौधरी बैठक में उपस्थित रहे।बीओडी में फैसला किया गया कि बोर्ड के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को मेडिकल भत्ता भी दिया जाएगा। इसे बोर्ड प्रबंधन अपने स्तर पर वहन करेगा। इसके लिए हर माह करीब 70 से 80 लाख का अतिरिक्त खर्च आएगा। एसओएस की अन्य श्रेणियों का भुगतान ऑनलान करने को अलग पेमेंट पोर्टल बनाने का भी निर्णय लिया गया। अब एक-एक छात्र की फीस जमा करवाने की जरूरत नहीं रहेगी, बल्कि एसओएस केंद्र सभी छात्रों की फीस एक साथ जमा करवा सकेगा। शैक्षणिक सत्र 2023-24 से तीसरी कक्षा से संस्कृत और छठी कक्षा से वैदिक गणित विषय शुरू करने को लेकर भी मुहर लगी।
डॉ. राधा कृष्णन के नाम से जाना जाएगा बोर्ड का अकादमिक परिसर
बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि शिक्षा बोर्ड के विभिन्न ब्लॉक महान विभूतियों के नाम से जाने जाएंगे। इसके तहत अध्यापक सदन का नाम आर्यभट्ट भवन रखा जाएगा। मुख्य प्रशासनिक भवन को सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन के नाम से जाना जाएगा। इसी तरह अन्य ब्लॉकों के नाम रखे जाएंगे।
गोपनीय कार्यों के कर्मियों को दी राहत
बोर्ड की गोपनीय शाखा में परिणाम संबंधित गोपनीय कार्य करने वाले कर्मचारियों के डीए में 10 रुपये बढ़ोतरी की है। इससे पूर्व गोपनीय कार्य के समय कर्मचारियों को 30 रुपये डीए दिया जाता था। बुक वितरण केंद्र में अल्पावधि कार्य के लिए तैनात किए गए कुछ कर्मचारियों के मानदेय में एक हजार रुपये बढ़ोतरी की है।