आज राहुल-तेजस्वी की मीटिंग के बाद इंडिया गठबंधन में तय होगा सीट बंटवारा, सहनी भी दिल्ली पहुंचे

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आवाज ए हिमाचल

13 अक्टूबर।राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में सीट बंटवारे के बाद अब सब की नजर इंडिया गठबंधन पर है। राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद और नेता प्रतिपक्ष दिल्ली में हैं। वही कांग्रेस के भी कई प्रमुख नेता दिल्ली में कैंप कर रहे हैं। आज कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक है। इसके बाद संभावना है कि शाम तक सीट बंटवारे की घोषणा हो जाएगी। हालांकि कई सीटों पर कांग्रेस और राजद के बीच पेज फंसा हुआ ही है। इसलिए कांग्रेस ने इस बार अलग-अलग नीति बनाने शुरू कर दी है। 2020 के विधानसभा के तरह ही इस बार भी कांग्रेस 70 सीटों पर लड़ने की तैयारी कर रही है। इतना ही नहीं कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की सूची भी पूरी तरह से तैयार कर ली है। दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इस पर मोहर भी लग जाएगी। सूत्र बता रहे हैं कि राजद और वामदल अब भी कांग्रेस को 70 सीट देने के लिए तैयार नहीं हैं। संभावना है कि राउज एवेन्यू कोर्ट में लालू और तेजस्वी की पेशी के बाद इन दोनों नेताओं की मुलाकात राहुल गांधी से हो। इस मुलाकात के बाद ही बिहार में इंडिया गठबंधन के सीट बंटवारे का फार्मूला तय होगा। हालांकि एक दिन पहले दिल्ली पहुंचने पर लालू प्रसाद ने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस के साथ बातचीत चल रही है। हालांकि राजद और कांग्रेस के कई उम्मीदवारों ने अपने नामांकन की तैयारी भी शुरू कर दी है। जल्द ही वह अपना नामांकन प्रचार दाखिल कर देंगे।इधर, इंडिया गठबंधन में डिप्टी सीएम की मांग पर अड़े विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी भी दिल्ली पहुंच चुके हैं। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के सभी शीर्ष नेतृत्व दिल्ली में ही हैं। बातचीत चल रही है जल्द ही सारी तस्वीर साफ हो जाएगी। हालांकि उन्होंने इससे पहले यह भी कहा कि महागठबंधन थोड़ा बीमार है। सभी डॉक्टर दिल्ली में हैं। वहीं राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी ने स्पष्ट कह दिया है कि अब वह इंडिया गठबंधन में नहीं है। रालोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि एआईएमआईएम और आजाद समाज पार्टी से हमलोगों की बातचीत चल रही है। संभावना है कि बिहार चुनाव में जल्द ही एक तीसरा मोर्चा भी दिखे। सूत्रों की माने तो राजद रालोजपा को अपनी पार्टी में विलय करना चाह रही थी लेकिन पशुपति पारस और उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता इसके लिए तैयार नहीं हुए। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पार्टी झामुमो ने भी इंडिया गठबंधन पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने स्पष्ट कहा है कि बिहार में 12 से 15 विधानसभा ऐसे हैं जहां अगर हमें टिकट दिया जाता है तो जीत सुनिश्चित होगी। अगर सीट बंटवारे का फार्मूला हमलोगों के साथ न्याय नहीं करता है तो हमलोग 12 सीट पर अपने प्रत्याशी उतार देंगे।

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