आवाज ए हिमाचल
यशपाल ठाकुर, परवाणू। कालका शिमला हाइवे पांच को बंद हुए लगभग छह दिन का समय बीत गया है,लेकिन फिर भी अभी तक यह हाइवे खुल नहीं पाया है। रविवार रात व सोमवार सुबह और शाम के समय हुई बरसात ने हाइवे को खुलवाने में लगे कर्मचारियों की मेहनत पर एक बार फिर पानी फेर डाला है। एनएचएआई के कर्मचारी दिन रात चक्की मोड पर हाइवे पांच को सुचारु करने का प्रयास कर रहे हैं,परन्तु पिछले छह दिनों से मौसम उनके इस कार्य में बाधा बना हुआ है।सोमवार को हुई बरसात से पानी निकासी के लिए जो कलवर्ट बनाया गया था,वह भी मलबा आने से बंद हो गया, जिस कारण पहाड़ी से निकल रहा पानी सड़क पर आने लगा,हालांकि हाइवे विभाग के कर्मचारियों ने कलवर्ट को सुचारु कर हाइवे रिस्टोरेशन का कार्य पुनः युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अब मंगलवार(आज) को हाइवे खुलने की बात कही जा रही है। इस मार्ग को खुलवाने के लिए स्थानीय लोगों ने अब पूजा अर्चना का सहारा ले लिया है। सोमवार को स्थानीय पंचायत प्रधान सांध्या देवी भी चक्कीमोड हाइवे पर पहुंची और हाइवे पर मौजूद कर्मचारियों के साथ उक्त स्थान पर पूजा अर्चना की। कोटी नम्भ पंचायत प्रधान संध्या देवी ने बताया की हाइवे विभाग पूरी मेहनत से हाइवे पांच को खोलने का कार्य कर रहा है,लेकिन आसमानी बरसात हाइवे विभाग द्वारा किए जा रहे कार्य पर पानी फेर दे रही हैं।उन्होंने कहा कि इस सबको लेकर आज कोटी नम्भ पंचायत के कुछ निवासी व एनएचएआई के मौजूदा कर्मचारियों ने मिल कर एक पूजा पाठ करवाया गया और हलवे का प्रशाद बनाकर ईश्वर को भोग लगया तथा इस आपदा में उनकी सहायता की प्रार्थना की। उन्होंने बताया कि इस हाइवे के आस पास या जहां पर यह हाइवे बना हैं, वहां किसी प्रकार का कोई पूजा स्थल या हिन्दू देवी देवताओं की आस्था का स्थान नहीं था, परन्तु फिर भी स्थानीय लोगों ने एनएचएआई के साथ उक्त स्थान पर ग्राम देवता व स्थान देवता की पूजा अर्चना की ताकि स्थिति जल्द ही सुधर सके।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अब पहाड़ी क्षेत्रों में फोरलेन निर्माण के कुछ मापदंडो का भी बदलाव किया जा रहा हैं, जिसमें अब 90 डिग्री के अनुसार पहाड़ों का कटान नहीं किया जाएगा। इसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने मापदंड बदलने का फैसला लिया है। इससे पहाड़ों को अधिक नुकसान नहीं होगा। मापदंड में बदलाव करने के लिए जल्द ही तकनीकी टीम भी पहाड़ों का मुआयना करेगी। इसके बाद सड़क निर्माण में पहाड़ियों की कटिंग यदि गुंजाइश होगी तो ही की जाएगी। फोरलेन निर्माण करने के लिए एक्सपर्ट समेत भू-विशेषज्ञों की भी राय ली जाएगी। इसके बाद ही ड्राइंग तैयार की जाएगी। यह फैसला राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के सबसे पहले फोरलेन प्रोजेक्ट परवाणू-सोलन में दरकती हुई पहाड़ियों को देखते हुए लिया है। वहीं इस प्रोजेक्ट में अब एक्सपर्ट की राय लेने के बाद नई तकनीक को अपनाकर दरकते पहाड़ों को भी टिकाया जाएगा।
बता दें की बीते रोज़ सोमवार शाम तक छोटी गाड़ियों के लिए सड़क को रिस्टोर करने का प्लान था, परन्तु सोमवार को फिर हुई बारिश ने सारी मेहनत चौपट कर डाली और फिर मलवा सड़क पर आ गिरा।अब मंगलवार शाम तक हाइवे छोटी गाड़ियों के खोलने बारे कहा जा रहा हैं,लेकिन हाइवे रिस्टोरेशन में मौसम एक बड़ा किरदार अदा करेगा।
हाइवे पांच को लेकर सोलन के एसपी गौरव सिंह ने बताया कि मंगलवार सुबह या शाम तक हाइवे को छोटी गाड़ियों के लिए रिस्टोर कर दिया जाएगा।उन्होंने कहा यह सब मौसम पर ही निर्भर करता है, यदि मौसम ठीक रहा तो थोड़ी राहत हाइवे विभाग द्वारा छोटे वाहन चालकों को दे दी जायेगी।