आवाज़ ए हिमाचल
सोलन। दुनिया की सबसे कठिन व ऊंची चोटियों को फतह करने वाली पर्वतारोही बलजीत कौर शनिवार को अपनी जन्मभूमि पर पहुंच जाएंगी। बलजीत कौर सोशल मीडिया पर पल-पल की जानकारी साझा कर रही हैं। बलजीत कौर ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि ‘वतन वापस, मां के पास’। जानकारी के अनुसार बलजीत कौर के सोलन पहुंचने पर जिलाभर की विभिन्न संस्थाओं ने उनके स्वागत की तैयारियां पूर्ण कर ली हैं। सोलन के बाइपास पर बलजीत का जोरदार स्वागत किया जाएगा। उसके उपरांत शहर के निजी होटल में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बलजीत को सम्मानित किया जाएगा। इसके पश्चात मुख्य बाजार में बलजीत की उपलब्धि के उपलक्ष्य पर रोड शो का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सोलन के लोग भाग लेंगे। बता दें कि हिमाचल की ही बेटी बलजीत कौर ने भी माउंट अन्नपूर्णा पर फतह हासिल की थी, लेकिन लौटते वक्त वह लापता हो गई थीं।फिर बड़ी मुश्किल से उन्हें बचाया गया है और वह अब वापस अपने घर लौट रही हैं। सोलन की जनता बलजीत के इस जज्बे को सलाम कर रही है।
सोलन जिला के ममलीग की रहने वाली बलजीत कौर ने बताया कि वह एक साधारण परिवार से संबंध रखती हैं व उनकी परवरिश गांव में ही हुई। बलजीत ने पर्वतारोही के रूप में 19 साल की छोटी सी उम्र में अपने करियर की शुरुआत की थी। उसने सबसे पहले मनाली के देओ टिब्बा को फतह किया था। इसके बाद वह माउंट पमोरी को फतह करने वाली पहली भारतीय महिला बनी थीं। उन्होंने महज 30 दिनों के अंतराल में आठ हजार मीटर की ऊंचाई वाली पांच चोटियों को फतह किया था। इनमें कंचनजंगा, एवरेस्ट, लोतसे, अन्नपूर्णा, मकालु चोटी शामिल हैं। बलजीत कौर की मां शांति देवी ने ‘दिव्य हिमाचल’ से बातचीत में कहा कि वह अपनी बेटी का इंतजार कर रही और उन्हें खुशी है कि उनकी बेटी सबसे ऊंची चोटी फतह कर घर लौट रही है। देश की जनता का प्यार उनकी बेटी को मिला है, जिसके लिए उन्होंने आभार व्यक्त किया है।