आवाज ए हिमाचल
प्रतिनिधि/नूरपुर। हिमाचल प्रदेश के कर्मचारियों की लंबे समय से चली आ रही पुरानी पेंशन (ओपीएस) बहाल करने की मांग को मंत्रिमंडल की पहली ही बैठक में मान लेने के सरकारी निर्णय का प्रदेश के कर्मचारी मुख्यमंत्री व सरकार का आभार व्यक्त करते हुए इस निर्णय को एतिहासिक करार दे रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश रिटायर्ड अधिकारी कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष डॉ. संजीव गुलेरिया ने सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि संसार में बहुत कम लोग ऐसे जन्म लेते हैं जिन्हें जमाना सदियों तक याद रखता है। ऐसे ही महान पुरुष हैं हिमाचल के सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खु, जिन्होंने राज्य के कर्मियों के दर्द को समझा और पुरानी पेंशन बहाल की। उन्होंने कहा कि हिमाचल ही नहीं अपितु देश भी सदैव सुक्खु को याद रखेगा। गुलेरिया ने कहा कि सुक्खु ने यह भी साबित कर दिया कि वह जो कहते हैं उसे पूरा करते हैं।
डॉ. संजीव गुलेरिया ने “आवाज ए हिमाचल” से बात करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खु को इतिहास पेंशन पुरुष के नाम से याद रखेगा, जिन्होंने लोहड़ी के पवित्र पर्व पर 13 फरवरी 2023 को अपनी नवनिर्वाचित सरकार की पहली कैबिनेट मीटिंग में पुरानी पेंशन बहाल (ओपीएस) करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि आज का दिन लोहड़ी पर्व के साथ साथ पेंशन दिवस के रूप में भी याद किया जाएगा।