आवाज़ ए हिमाचल
10 दिसंबर। कोरोना काल में जहां कई युवाओं को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है तथा वे रोजगार पाने के लिए हाथ-पैर मार रहे हैं। वहीं, मंडी में युवाओं को रोजगार देने के लिए पहुंची कंपनी को मायूसी हाथ लगी। कंपनी की ओर से 500 पदों पर भर्ती की जानी थी। हैरानी का विषय यह है कि 500 पदों के लिए महज 45 युवा आईटीआई मंडी पहुंचे। इनमें से भी केवल बीस युवाओं का चयन हो सका। युवाओं का कहना है कि कोरोना काल में फिलहाल वे बाहर नौकरी नहीं करना चाहते।
आईटीआई प्रशिक्षुओं के लिए वीरवार को मारुति सुजुकी गुजरात की कंपनी की ओर से साक्षात्कार करवाए गए। पांच सौ पदों के लिए भर्ती होनी थी। सुबह साढ़े ग्यारह बजे तक हाल में साक्षात्कार के लिए केवल 15 युवा ही पहुंचे। कम युवाओं के आने से कंपनी के अधिकारी हताश दिखे। आधे घंटे की लिखित परीक्षा साढ़े ग्यारह से 12 बजे तक चली। साढ़े 12 बजे उत्तर पुस्तिका की जांच के बाद सभी युवाओं को व्यक्तिगत साक्षात्कार के लिए बुलाया गया।
चयनित युवाओं को कंपनी की की ओर से 20 हजार रुपये मासिक वेतन के रूप में दिया जाएगा। जिसमें पीएफ, जीपीएफ सहित अन्य फंड काटने पर युवाओं को 14 हजार रुपये की राशि उनके खाते में डाली जाएगी। रहने और वर्दी का खर्च कंपनी की ओर से दिया जाएगा। पांच सौ पदों पर भर्ती होनी थी, लेकिन महज 45 ने ही साक्षात्कार दिया है।