आवाज़ ए हिमाचल
26 फरवरी। राज्य के छह मेडिकल कालेजों को अपनी जीवनदायिनी एंबुलेंस मिल गई है। अब गंभीर हालत में रैफर होने वाले मरीजों को इसका लाभ मिलेगा। गुरुवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आईजीएमसी से इन एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। हिमाचल में पहली बार इस तरह की एंबुलेंस चलाई जा रही है, जो कि मरीजों के लिए लाभदायक होगी। हिमाचल से बाहर रैफर किए जाने वाले मरीजों को भी इससे खासा लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि अब किसी भी मरीज को आईजीएमसी से पीजीआई रैफर किया जाएगा, तो उसे भटकने की जरूरत नहीं होगी। आईजीएमसी के पास अपनी एंबुलेंस होगी। हिमाचल में यह पहली बार छह जीवनदायिनी एंबुलेंस चलाई जा रही हैं, ये एंबुलेंस प्रदेश के हर मेडिकल कालेज चंबा, नेरचौक, हमीरपुर, आईजीएमसी, टीएमसी, नाहन को एक-एक दी गई है, ताकि स्वास्थ्य सुविधाएं और ज्यादा सुदृढ़ हो सके। एंबुलेंस की यह खासियत होगी कि इसमें सारी सुविधा उपलब्ध होगी, एंबुलेंस में एक डाक्टर, फार्मासिस्ट, वेंटिलेटर व ऑक्सीजन समेत अन्य चीजें उपलब्ध होंगी। इस एंबुलेंस से सबसे ज्यादा फायदा यह होगा कि प्रदेश के विभिन्न जगहों से गंभीर मरीजों को आईजीएमसी पहुंचाना आसान होगा।
हर एंबुलेंस की कीमत 40 लाख
प्रदेश के छह मेडिकल कालेजों को ये एंबुलेंस दी गई हैं। ये एंबुलेंस मेडिकल कालेज के एमएस के अंडर रहेंगी। जीवनदायिनी एंबुलेंस की कीमत 40 लाख बताई जा रही है।