आवाज़ ए हिमाचल
गोपालदत्त शर्मा ( राजगढ़ )
11 अक्तूबर। प्रदेश के प्रतिष्ठित चिकित्सालय आईजीएमसी में जहां लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलती है, वहां इस चिकित्सालय में साफ सफाई की उचित व्यवस्था न होना और आधारभूत संरचना की कमी स्वास्थ्य विभाग की कार्य पद्धति पर सवालिया निशान लगा रहा है। जिला परिषद सिरमौर की पूर्व सदस्य शकुंतला प्रकाश चौहान ने बताया कि पिछले दिनों उन्हें हृदय रोग के उपचार के लिए आईजीएमसी शिमला में भर्ती होना पड़ा। जहां चिकित्सकों ने उनका आपरेशन करके इन्हें पेसमेकर लगाया। उन्होंने जहां यहां तैनात चिकित्सकों व अन्य स्टाफ की योग्यता की प्रशंसा की ।
वहीं अस्पताल में सफाई व्यवस्था व अन्य आधारभूत संरचनाओं व सुविधाओं की कमी पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि प्रदेश की राजधानी शिमला के इस प्रतिष्ठित अस्पताल में कुर्सियां टूटी हुई है, भवन की मुरम्मत न होने से वार्ड गन्दे दिखते है। उस पर सफाई की व्यवस्था भी स्तरीय नहीं है, जिस कारण अस्पताल में गंदगी फैली रहती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश मुख्यालय जहाँ सरकार व पूरा प्रशासनिक अमला बैठा है वहां पर अस्पताल की दशा खराब होना प्रश्न खड़े करता है कि आखिर कमी कहाँ पर रह गई है।
आधारभूत संरचना न होने से यहां बेहतर सेवाएं देने वाले योग्य चिकित्सकों व स्टाफ की मेहनतों पर भी पानी फिरता नजर आता है। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व स्वास्थ्य मंत्री डा राजीव सहजल से आग्रह किया कि वह इसका कड़ा संज्ञान लें और इस प्रतिष्ठित अस्पताल में साफ सफाई व आधारभूत संरचनाओं को बेहतर बनाने के लिए कड़े कदम उठाएं ताकि रोगियों व उनके साथ आए लोगों को एक सुखद अनुभूति हो पाए। यहां के योग्य चिकित्सकों व स्टाफ से मिलने वाली अच्छी सेवाओं के मध्य गन्दगी व आधारभूत संरचना की कमी भी न खले।