आवाज़ ए हिमाचल
26 फरवरी। राजकीय होटल प्रबंधन संस्थान (आईएचएम) हमीरपुर के सहयोग से अब पर्यटन निगम के होटलों में आने वाले मेहमानों और पर्यटकों को धाम परोसने की योजना तैयार की जा रही है। इंस्टीच्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट हमीरपुर में पारंपरिक व्यंजन और हिमाचली धाम बनाने के लिए 250 ऐसे अभ्यर्थियों को तैयार किया गया है, जो आगे जाकर निगम के होटलों में सेवाएं देंगे। बताते चलें कि पर्यटन निगम के होटलों में आने वाले मेहमानों एवं पर्यटकों के जायके में हिमाचली व्यंजनों को शामिल करने की पहल पर्यटन निगम ने की है। इसके लिए पारंपरिक हिमाचली व्यंजन एवं हिमाचली धाम तैयार करने वाले पाक कला में पारंगत लोगों का परीक्षण आईएचएम हमीरपुर में करवाया गया। संस्थान की प्रयोगशालाओं में यह परीक्षण विभिन्न स्तरों पर किया गया।
इसमें प्रदेश के विभिन्न जिलों से लगभग 250 पाक कला विशेषज्ञ अभ्यर्थियों ने भाग लिया। यहां बताना जरूरी है कि हर साल राष्ट्रीय होटल प्रबंधन संस्थान (आईएचएम) से पारंगत होकर निकलने वाले छात्र देशभर के नामी-गिरामी होटलों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हैं। यहां के विद्यार्थियों को देश के बड़े होटलों में प्लेसमेंट मिलती है। इन होटलों में ओबराय गुप ऑफ होटल्स, लीला पैलेस बंगलूर, ताज यशवंतपुर बंगलूर, नोवोटेल हैदराबाद तथा हयात रिजेंसी अमृतसर जैसे पांच सितारा होटलों सहित हल्दीरास, बीकानेर, बारबेक नेशन शामिल हैं। बता दें कि वर्ष 2012 में हमीरपुर स्थित सलासी में स्थापित हुए आईएचएम में करीब 350 छात्र अध्यनरत हैं। नेशनल स्तर के इस संस्थान से हर साल 100 से अधिक डिग्री होल्डर्स का देश के बड़े नामी-गिरामी होटलों में प्लेसमेंट होती है। यहां के 30-30 डिप्लोमा होल्डर्स के अच्छी जगहों पर प्लेस होते हैं।