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प्रतिनिधि/ इंदौरा। आंगनबाड़ी कर्मचारी महासंघ इंदौरा की बैठक ब्लॉक अध्यक्ष रजनीश कुमारी की अध्यक्षता में लोक निर्माण विश्रामगृह कंदरोड़ी में हुई जिसमें आंगनबाड़ी कर्मचारी महासंघ की प्रदेश अध्यक्ष सुनीता ठाकुर विशेष रूप से उपस्थिति रही। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए सुनीता ठाकुर ने सरकार से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सरकारी कर्मचारी घोषित करने की मांग उठाई। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि हिमाचल प्रदेश आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए और जब तक इनको सरकारी कर्मचारी घोषित नहीं किया जाता तब तक इनका मानदेय 18000 रुपए किया जाए। उन्होंने कहा कि भारतीय मजदूर संघ के झंडा के नीचे देशभर की आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता 11 दिसंबर को दिल्ली में जंतर मंतर पर लाखों की तादाद में एकत्र होकर एक विशाल धरना प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि 17 नवम्वर 2017 को दिल्ली जंतर मंतर पर भारतीय मजदूर संघ ने एक विशाल धरना प्रदर्शन किया था और उसके बाद केंद्र की मोदी सरकार ने आंगनवाड़ी वर्कर का ₹1500 रुपया मानदेय बढ़ाया था । सुनीता ठाकुर ने कहा कि भारतीय मजदूर संघ एक गैर राजनीतिक संगठन है जिसका किसी पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि पूर्व की जयराम सरकार के खिलाफ भी भारतीय मजदूर संघ ने 29 नवंबर 2021 को शिमला में एक विशाल धरना प्रदर्शन किया और हमारे लोगों के ऊपर लाठीचार्ज भी हुआ तथा हम पर मुकदमे भी बने परंतु उसके बाद पूर्व सरकार में भारतीय मजदूर संघ के साथ दो बार मुख्यमंत्री के साथ जेसीसी की बैठक हुई और उसका रिजल्ट हिमाचल प्रदेश की पूर्व सरकार ने मजदूर संघ के कहने पर आंगनवाड़ी वर्कर का मानदेय 1700 बढ़ाया।
सुनीता ने कहा कि इस महंगाई के जमाने में आंगनवाड़ी वर्कर को ₹9000 मिलता है और वह अपने परिवार का गुजारा नहीं कर पाते। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी वर्कर को सरकारी कर्मचारी घोषित करने के लिए 11 दिसंबर को दिल्ली रैली के लिए हिमाचल प्रदेश से 2000 कार्यकर्ता भाग लेंगी। इंदौरा ब्लॉक से ही 300 कार्यकर्ता दिल्ली जाएंगे।