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नई दिल्ली। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने मंगलवार को ओडिशा तट से हवा से हवा में मार करने वाली अस्त्र मिसाइल प्रणाली का सफल परीक्षण किया। रक्षा अधिकारी ने बताया कि एसयू-30 एमकेआई फाइटर जेट से दागी गई मिसाइल 100 किलोमीटर से अधिक दूरी तक लक्ष्य को मार सकती है और स्वदेशी एलएसी तेजस मार्क 1ए लड़ाकू विमान से लैस होने जा रही है। मिसाइलों को अपग्रेडेड मिग-29 जेट्स पर भी लगाया जाएगा। हवा से हवा में मार करने वाली अस्त्र मिसाइल भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ)की ओर से विकसित एक अत्याधुनिक मिसाइल प्रणाली है। मिसाइल को विभिन्न रेंजों और ऊंचाई पर हवाई लक्ष्यों को एंगेज करने और नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है।
अस्त्र मिसाइल की रेंज 110 किमी तक है और यह 20 किमी तक की ऊंचाई पर लक्ष्य को भेद सकती है। अस्त्र मिसाइल एक ठोस-ईंधन रॉकेट मोटर और एक एडवांस गाइडेंस सिस्टम का उपयोग करती है। मिसाइल के एडवांस गाइडेंस सिस्टम में नेविगेशन, मिड-कोर्स गाइडेंस और टर्मिनल गाइडेंस के लिए एक्टिव रडार होमिंग शामिल है।