आवाज़ ए हिमाचल
चंडीगढ़। असम की डिब्रूगढ़ जेल में अपने नौ साथियों के साथ बंद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के खिलाफ बड़े एक्शन की तैयारी शुरू हो गई है। राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) एडवाइजरी बोर्ड ने अमृतपाल के खिलाफ अब तक दर्ज मामलों का रिकार्ड तलब किया है। अमृतपाल के खिलाफ अजनाला थाना हिंसा समेत सात मामले दर्ज हैं, जिनका रिकार्ड अमृतसर पुलिस ने एडवाइजरी बोर्ड को दे दिया है। अमृतपाल सिंह पर आरोप है कि आईएसआई के साथ मिलकर वह पंजाब के शांतिपूर्ण माहौल को खराब करना चाहता था।
अमृतपाल के खिलाफ एनएसए लगाने की सबसे प्रमुख वजह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ उसके रिश्ते बने। गौर हो कि अमृतपाल को कुल सात एफआईआर में आरोपी बनाया गया है। पहली प्राथमिकी फरवरी में अजनाला थाने में हुए बवाल से जुड़ी है। दूसरी प्राथमिकी आम्र्स एक्ट से जुड़े मामले में दर्ज की गई थी। इसके अलावा अमृतपाल पर लापरवाही से गाड़ी चलाने और सरकारी कर्मचारी के आदेश की अवहेलना करने का आरोप है। उसके खिलाफ फिरौती और अपहरण का मामला भी दर्ज किया गया है।