आवाज ए हिमाचल
चंडीगढ़। वारिस पंजाब दे संगठन प्रमुख व खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की फरारी के रविवार नौवें दिन भी पुलिस खाली हाथ रही। फरार चल रहे अमृतपाल सिंह की तलाश में पुलिस पंजाब के अलावा पांच राज्यों में सर्च कर रही है। उसकी तलाश के लिए नेपाल बॉर्डर पर वांटेड के पोस्टर भी लगा दिए गए हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अमृतपाल की आखिरी लोकेशन उत्तर प्रदेश के महाराजगंज में मिली है। महाराजगंज में उत्तर प्रदेश से नेपाल बॉर्डर सटा हुआ है। उधर, एक पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस सोर्सेज ने बताया कि अपनी प्राइवेट आर्मी को ट्रेनिंग देने के लिए खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथी अमृतपाल ने पाकिस्तान से छह एके 47 और दो एके 56 मंगवाई थी। ये हथियार पाकिस्तान से वाया जम्मू-कश्मीर आने थे।
वह इन हथियारों की ट्रेनिंग वह अपनी अमृतपाल टाइगर फोर्स और आनंदपुर खालसा फोर्स के सदस्यों को देना चाहता था, लेकिन उसकी यह साजिश नाकाम हो गई, क्योंकि यह खेप मिलने से पहले ही पंजाब पुलिस ने उसके खिलाफ एक्शन शुरू कर दिया था।
पाकिस्तान का एक रिटायर्ड मेजर उसकी मदद कर रहा था। उसने ये हथियार पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर पहुंचाने थे और जम्मू-कश्मीर का एक तस्कर उन्हें पंजाब में अमृतपाल तक पहुंचाने की फिराक में था। हथियारों संबंधी जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी करेगी।
पटियाला में अमृतपाल को पनाह देने वाली महिला बलबीर कौर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अमृतपाल सिंह के गनमैन तेजिंदर सिंह उर्फ गोरखा बाबा के मोबाइल फोन में मिले व्हॉट्सऐप ग्रुपों की पुलिस जांच कर रही है। दो व्हॉट्सऐप ग्रुप एकेएफ और अमृतपाल टाइगर फोर्स मिले हैं। खन्ना की एसएसपी अमनीत कौंडल ने बताया कि दोनों ग्रुपों के सभी सदस्यों पर नजर रखी जाएगी।