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वाशिंगटन। अमरीका में अब तक की सबसे बड़ी दिवाली मनाई गई। व्हाइट हाउस में सोमवार को आयोजित इस समारोह में अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने भारतीय मूल के अमरीकी लोगों को शुभकामनाएं दीं। व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनकी पत्नी जिल बाइडेन की मेजबानी में आयोजित दिवाली समारोह में 200 से अधिक प्रख्यात भारतीय-अमरीकी मौजूद थे।
बाइडेन ने अपने संबोधन में कहा कि हम आपकी मेजबानी करके सम्मानित महसूस कर रहे हैं। व्हाइट हाउस में आयोजित होने वाला यह इस पैमाने का पहला दिवाली रिसेप्शन है। हमारे पास इतिहास में पहले से कहीं अधिक एशियाई अमरीकी हैं और हम दिवाली उत्सव को अमरीकी संस्कृति का एक खुशी का हिस्सा बनाने के लिए आपको धन्यवाद देना चाहते हैं। अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि दिवाली हमें याद दिलाती है कि हम में से प्रत्येक के पास दुनिया में रोशनी लाने की शक्ति है। यह एक विकल्प है और हम इसे रोज चुनते हैं, चाहे यहां अमरीका में हों या भारत में जो आजादी के 75 साल मना रहा है।
अमरीका की भारतीय मूल की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने चेन्नई में मनाई अपनी दिवाली को याद किया है। हैरिस ने कहा कि वह इस पद पर पहुंचने का श्रेय अपनी भारतीय-अमरीकी मां के समर्पण, दृढ़ संकल्प और साहस को देती हैं। उन्होंने कहा कि मां के समर्पण, दृढ़ संकल्प और साहस के कारण ही मैं अमरीका की उपराष्ट्रपति के रूप में आपके सामने खड़ी हूं। उन्होंने बचपन में चेन्नई की अपनी यात्राओं और नाना-नानी के साथ दिवाली मनाने को याद किया। हैरिस ने कहा कि बचपन में दिवाली की मेरे पास बहुत सी अच्छी यादें हैं। आप में से कई लोगों की तरह, हम हर दूसरे साल भारत जाते थे, और दिवाली मनाते थे।
उन्होंने कहा कि शाम के समय मेरी मां हमें फुलझडिय़ां देती थीं और हम गलियों में जाकर इस बेहद खास अवसर का जश्न मनाते थे।दिवाली के बारे में उन्होंने कहा कि यह त्योहार लोगों को अपनी और एक-दूसरे की अच्छी बातों को जानने का अवसर देता है। उन्होंने कहा कि यह हमें शांति, न्याय, ज्ञान के लिए संघर्ष करने और अंधेरे में प्रकाश फैलाने की भी याद दिलाता है।