आवाज़ ए हिमाचल
30 मार्च। हर मोर्चे पर मुंह की खा रहे आतंकी संगठन अमरनाथ यात्रा में खलल डालने की फिराक में हैं। यात्रा से पहले कश्मीर में हमले तेज कर यात्रा प्रबंधों को बाधित करने और यात्रियों को डराने का प्रयास कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से कश्मीर में आतंकी हमले तेज हुए हैं। सुरक्षाबलों को निशाना बनाया जा रहा है, जो साजिश का हिस्सा है। सूत्रों का कहना है कि आतंकियों की इस साजिश को लेकर सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं। कश्मीर में सेना, सीआरपीएफ और प्रदेश पुलिस ने मिलकर आतंकियों से निपटने की रणनीति बनाई है।
जानकारी के अनुसार कश्मीर के अनंतनाग, कुलगाम और पुलवामा जिले से गुजरते हाइवे पर आतंकी अपना बेस बना रहे हैं। इन क्षेत्रों में आतंकी ओजी वर्करों और स्थानीय युवाओं को अपने संपर्क में लेकर हमलों की रणनीति तैयार कर रहे हैं। आतंकी इन रूट पर यात्रियों और सुरक्षाबलों के काफिलों को निशाना बना सकते हैं। जिसमें आईईडी और स्टिकी बम इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
आतंकियों ने पहले भी इन जिलों के हाइवे और अन्य संपर्क मार्गों को हमलों के लिए इस्तेमाल किया है। दरअसल, आतंकियों की हर साजिश विफल हो रही है। पिछले तीन साल से आतंकियों की हर बड़ी साजिश नाकाम हुई है। इसमें झज्जर कोटली और नगरोटा में मारे गए आतंकी, दो बड़े आतंकी संगठनों के सरगना का पकड़े जाना, सीमा पार से आने वाले हथियारों की सप्लाई को बरामद करना और 100 से ज्यादा आतंकियों और ओजी वर्करों की धरपकड़ शामिल है। आतंकियों को मिलने वाले फंड और हथियारों पर शिकंजा कसा गया है। इनकी मदद करने वाले नेताओं को दबोचा जा रहा है। यही कारण है कि आतंकी अपनी साजिश में नाकाम हो रहे हैं। इसकी बौखलाहट में आतंकी अब यात्रा को निशाना बनाने की साजिश कर रहे हैं।
बता दें कि पिछले साल कोविड 19 के चलते अमरनाथ यात्रा को रद्द कर दिया गया था, जबकि 2019 की यात्रा में कश्मीर में बड़े स्तर पर सुरक्षा ढांचा विकसित किया गया था। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने को लेकर कश्मीर में कर्फ्यू लगाया गया था, जिसके चलते यात्रा मेें कोई खलल नहीं पड़ा। इस साल आतंकी संगठन यात्रा में खलल डालने का प्रयास कर सकते हैं।