आवाज़ ए हिमाचल
बंगलुरू। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए दस मई को मतदान होगा और नतीजे 13 मई को आएंगे। देश में यह पहला मौका होगा, जब वोटर्स सेल्फी के जरिए वोट करेंगे। जी हां, भारतीय चुनाव आयोग बंगलुरू के एक पोलिंग बूथ पर फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम का इस्तेमाल करेगा। ये एक ऑप्शनल सर्विस है, जिसके तहत वोटर्स ऑफिशियल ऐप में सेल्फी अपलोड करेंगे और फिर वोटिंग कर सकेंगे। अगर कोई इस ऑप्शन को चुनता है, तो वह लाइन में खड़े हुए बिना अपना वोट डाल सकता है। इससे पहले फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम का इस्तेमाल डिजियात्रा में किया गया।
इससे एयरपोर्ट पर लाइन में लगने की जरूरत नहीं पड़ती है। हालांकि, डिजियात्रा और कर्नाटक चुनाव में फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम के इस्तेमाल को लेकर प्राइवेसी से जुड़ी चिंताएं भी सामने आई हैं। फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम को लेकर लोगों के मन में कई सवाल हैं। लोग जानना चाहते हैं कि चुनावों में इसका इस्तेमाल कैसे किया जाएगा। आमतौर पर वोटर्स पोलिंग स्टेशन पर अपने डॉक्यूमेंट्स वेरिफाई कराते हैं। ये एक मैनुअल प्रोसेस है और इसमें काफी समय लगता है। नए सिस्टम के तहत वोटर्स को ऑफिशियल ऐप पर सेल्फी अपलोड करनी होगी। सेल्फी की पिक्चर फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम से वेरिफाई होने के बाद आप सीधे वोट कर पाएंगे। इससे डॉक्यूमेंट्स वेरिफाई कराने की जरूरत नहीं होगी।