आवाज़ ए हिमाचल
पेरिस। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेरिस में भारतीय समुदाय के सदस्यों की एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए घोषणा की है कि फ्रांस में यूनिफाइड पेमेंट सिस्टम या यूपीआई के उपयोग के लिए एक समझौता हुआ है। उन्होंने मार्सिले में एक नया भारतीय वाणिज्य दूतावास खोलने की भी घोषणा की और कहा कि फ्रांस में मास्टर्स कर रहे भारतीय छात्रों को अब अध्ययन के बाद पांच साल का कार्य वीजा मिलेगा। इससे पहले भारतीय छात्रों को दो साल का वर्क वीजा दिया जाता था। अपने लगभग एक घंटे के भाषण में पीएम मोदी ने भारत के तेज गति से विकास को रेखांकित किया और कहा कि जहां दुनिया एक नई व्यवस्था की ओर बढ़ रही है, वहीं भारत की ताकत और भूमिका भी बहुत तेजी से बदल रही है। फ्रांस में भारत के यूपीआई के इस्तेमाल को लेकर समझौता हुआ है। इसकी शुरुआत एफिल टावर से की गई और अब भारतीय पर्यटक एफिल टावर में यूपीआई के जरिए रुपए में भुगतान कर सकेंगे। 2022 में यूपीआई सेवाएं प्रदान करने वाली प्रमुख संस्था, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने फ्रांस की तेज और सुरक्षित ऑनलाइन भुगतान प्रणाली, जिसे लायरा कहा जाता है, के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। यूएई, भूटान और नेपाल पहले ही यूपीआई भुगतान प्रणाली को अपना चुके हैं। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि पिछली बार जब मैं फ्रांस आया था, तो यह निर्णय लिया गया था कि फ्रांस में पढऩे वाले भारतीय छात्रों को अध्ययन के बाद दो साल का कार्य वीजा दिया जाएगा। अब, यह निर्णय लिया गया है कि फ्रांस में मास्टर्स की पढ़ाई करने वाले भारतीय छात्रों को दीर्घकालिक कार्य वीजा दिया जाएगा।
उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फ्रांस के सर्वोच्च नागरिक एवं सैन्य सम्मान ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ दि लीजन ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया गया है। फ्रांस गणराज्य के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पेरिस के एलिसी पैलेस में एक समारोह में श्री मोदी को इस सम्मान से अलंकृत किया। किसी भारतीय प्रधानमंत्री को पहली बार फ्रांस का सर्वोच्च सैन्य नागरिक सम्मान प्रदान किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के लोगों की ओर से इस अद्वितीय सम्मान के लिए श्री मैक्रों को धन्यवाद दिया।