अब पांच मिनट में होगा धर्मशाला से मैक्लोडगंज का सफर,CM ने किया रोपवे का शुभारंभ

Spread the love

आवाज़ ए हिमाचल

19 जनवरी।हिमाचल प्रदेश की पर्यटन नगरी धर्मशाला से दलाईलामा की नगरी मैक्लोडगंज का नौ किलोमीटर का सफर अब पांच मिनट में होगा। सैलानियों को लंबे जाम से छुटकारा मिलेगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बुधवार को करीब 200 करोड़ की लागत से बने धर्मशाला-मैक्लोडगंज रोपवे का उद्घाटन किया।

कोतवाली से मैक्लोडगंज तक रोपवे से एक तरफ के 340 और अप-डाउन करने के लिए एक व्यक्ति को 500 रुपये चुकाने पड़ेंगे।लंबे समय से लटके रोपवे की राह बुधवार को साफ हो जाएगी। रोपवे का सफर करने वाले यात्रियों को दोनों टर्मिनल पर खाने-पीने के लिए कैफेटेरिया बनाए गए हैं। पार्किंग की व्यवस्था भी रहेगी।जानकारी के अनुसार इटली की कंपनी का रोपवे एक ट्रॉली में आठ लोगों को धर्मशाला से मैक्लोडगंज पहुंचाएगा। रोपवे में 18 ट्रॉलियां स्थापित की गई हैं। एक घंटे में करीब 800 लोग सफर का आनंद ले सकते हैं। यह रोपवे देश का पहला आधुनिक तकनीक और सुविधाओं से से लेस है।

बिना गियर वाले इस रोपवे का सफर बेहद ही सुरक्षित है। इससे समय के साथ बिजली की भी बचत होगी। रोपवे में सफर करने वाले लोग हर तरफ से धर्मशाला शहर की खूबसूरती को निहार सकेंगे। बता दें कि धर्मशाला रोपवे का कार्य वर्ष 2017 में शुरू हुआ था और दिसंबर 2019 तक इसका कार्य पूरा होना प्रस्तावित था, मगर कोरोना महामारी और कई अन्य कारणों के चलते अब इसका कार्य करीब दो साल बाद पूरा हुआ। जिला पर्यटन अधिकारी पृथी पाल सिंह ने बताया विभाग और टाटा कंपनी की ओर से रोपवे के सफर का किराया तय किया गया है।

1751 मीटर है लंबाई, 498 पेड़ कटे
रोपवे की लंबाई 1751.60 मीटर है। रोपवे में कुल 10 टॉवर हैं। रोपवे के निर्माण के लिए 998 पेड़ों में 498 को काटा गया है, जबकि अन्य 500 पेड़ों को सुरक्षित बचा लिया गया है।

रोपवे में होंगी 18 ट्रॉलियां
धर्मशाला-मैक्लोडगंज रोपवे में 18 ट्रॉलियां स्थापित की गई हैं। वहीं हर ट्रॉली में एक समय में आठ लोग सफर कर सकेंगे। एक घंटे में करीब 800 लोग इस रोपवे में सफर कर सकेंगे। लंबे जाम में फंसने की बजाय अब पर्यटक पांच मिनट में धर्मशाला से मैक्लोडगंज पहुंच जाएंगे। रोपवे की कुल लंबाई 1751.60 मीटर है, जोकि पहले 2355 मीटर प्रस्तावित थी। अब पर्यटकों को धर्मशाला से मैक्लोडगंज जाने के लिए 1.7 किलोमीटर के सफर की सुविधा मिल जाएगी। इस रोपवे में कुल 10 टावर हैं, जोकी ट्राली और रस्सी को संभाल के रखते हैं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *