आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। उच्च शिक्षण संस्थानों में अब साइबर सिक्योरिटी कोर्स शुरू होगा। यह कोर्स स्नातक व स्नातकोत्तर स्तर पर शुरू किए जाएंगे। इसके लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने पाठ्यक्रम तैयार कर जारी कर दिया है। अब इस कोर्स को सभी विश्वविद्यालयों व कालेजों में शुरू करना होगा। इसे लेकर यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों व काॅलेजों के प्रधानाचार्यों को पत्र लिखकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं। निर्देशों में कहा गया है कि यह कोर्स विश्वविद्यालयों में सभी संकाय में शुरू किया जाए। इसके अलावा कालेजों में भी इस कोर्स को शुरू करना होगा। इस कोर्स के शुरू होने से साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में नौकरियों के अवसर बढ़ेंगे।
स्नातक स्तर पर शुरू होने वाले साइबर सुरक्षा कोर्स में साइबर सुरक्षा का परिचय, साइबर अपराध, साइबर कानून, सोशल मीडिया, डिजिटल ई-कॉमर्स, डिजिटल पेमैंट और डिजिटल डिवाइसेज की सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल हैं। इसके अलावा स्नातकोत्तर स्तर के कोर्सिज में साइबर अपराध, साइबर कानून, डाटा गोपनीयता और सुरक्षा, साइबर सिक्योरिटी मैनेजमैंट, साइबर सिक्योरिटी अनुपालन और साइबर प्रशासन आदि विषयों को शामिल किया गया है। इस कोर्स का पाठ्यक्रम यूजीसी ने वैबसाइट पर उपलब्ध करवा दिया है।
साइबर सिक्योरिटी व डाटा प्रोटैक्शन कोर्स से विद्यार्थी कम्प्यूटर और मोबाइल से संबंधित बेसिक साइबर सिक्योरिटी के पहलुओं को समझ पाएंगे। इसके अलावा विद्यार्थी व्यक्तिगत स्तर पर डाटा की गोपनीयता की बारीकियों से परिचित हो सकेंगे और साइबर अपराध के लिए भारत में मौजूद कानून और उसके विभिन्न पहलुओं को समझ सकेंगे। इसके अतिरिक्त सोशल मीडिया के जरिए होने वाले अपराध से बच पाएंगे, सोशल मीडिया अकाऊंट्स, कम्प्यूटर, टैब और मोबाइल पासवर्ड, सैटिंग्स और इनसे संबंधित नीतियां समझ सकेंगे।