आवाज़ ए हिमाचल
धर्मशाला। क्रिकेट की बदौलत हिमाचल प्रदेश जैसे छोटे राज्य का रुतबा पूरी दुनिया मेंं बढ़ गया है। हिमाचल की दूसरी राजधानी में शुमार धर्मशाला का नाम भी देश के बड़े-बड़े शहरों में शामिल हो गया है। धर्मशाला का नाम अहमदाबाद, बैंगलोर, दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जैसे देश के बड़े शहरों से जुडऩा हिमाचल के लिए गर्व की बात है। बाकी बड़े शहरों की तरह धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम को विश्व कप के पांच मैच मिलना कोई कम बात नहीं है। हालांकि धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम विश्व के चुनिंदा खूबसूरत मैदानों में शुमार है, लेकिन वल्र्ड कप के पांच मैच निश्चय ही धर्मशाला को विश्व के कोने-कोने तक पहुंचा देंगे। यह सब केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और अरुण धूमल के प्रयासों का ही असर है, जिसकी बदौलत विश्व कप के अहम पांच मैच धर्मशाला के हिस्से आए हैं। हिमाचल के लिए इससे बड़ी खुशी और क्या हो सकती है कि धर्मशाल विश्व कप का गवाह बनेगा। क्रिकेट प्रेमियों के लिए भी यह सपने से कम नहीं है। केंद्रीय खेल मंत्री अकसर हिमाचल के लिए नई-नई योजनाएं देते रहे हैं, फिर चाहे खेल हो या बाकी अन्य प्रोजेक्ट। प्रदेश के विकास में उनका हमेशा बड़ा योगदान रहता आया है।
विश्व कप की बदौलत हिमाचल खासकर कांगड़ा की आर्थिकी को भी बड़ा फायदा होगा। साथ ही पर्यटन को भी नई संजीवनी मिलेगी। इससे पहले आईपीएल के दो मैच होने से भी पर्यटन नगरी धर्मशाला को बड़ा बल मिला था, लेकिन अब विश्व कप के पांच मैच निश्चय ही धर्मशाला की तस्वीर बदलने के लिए मील का पत्थर साबित होंगे। आईसीसी द्वारा जारी शेड्यूल में अहमदाबाद, पुने, दिल्ली, चेन्नई, लखनऊ, बैंगलोर, मुंबई और कोलकाता जैसे बड़े शहरों में पांच-पांच मैच खेले जाएंगे, वहीं धर्मशाला में पांच मैच होंगे, जबकि हैदराबाद में तीन मैच होंगे। बड़ी बात यह है कि दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई को देश के सबसे बड़े शहरों में गिना जाता है, जिसके चलते वहां पर पांच-पांच मैच दिए गए हैं। ठीक इन्हीं बड़े शहरों की तरह धर्मशाला को भी पांच-पांच मैच दिए गए हैं। यानी धर्मशाला का रुतबा भी दिल्ली, मुंबई की तरह बढ़ गया है।