आवाज़-ए-हिमाचल
9 नवम्बर : हिमाचल प्रदेश की सीमा के साथ लगते गांव गरा मौड़ा में एक ट्रक अनियंत्रित होकर 100 फीट गहरी खाई में गिर गया। इस हादसे में 26 वर्षीय ट्रक चालक की मौत हो गई। हादसा इतना खतरनाक था कि ट्रक चालक युवक के शव को करीब 7 घंटे बाद ट्रक का कैबिन काटकर बाहर निकाला गया।
मृतक केटीसी ट्रांसपोर्ट कंपनी मस्सेवाल के पास बतौर बलकर बोघी चालक काम करता था। ट्रक चालक अपना बलकर बोघी ट्रक मस्सेवाल से बरमाणा लेकर जा रहा था।
हादसे के बाद साथ लगते गांवों के लोग गुस्से में आ गए और उन्होंने शव को हाईवे पर रखकर जाम लगा दिया। इस दौरान सैकड़ों लोगों द्वारा राष्ट्रीय मार्ग नंबर 21 सड़क का निर्माण करने वाली प्राइवेट कंपनी के गांव मस्सेवाल में स्थित अस्थाई कैंप के बाहर जाम लगाकर सड़क निर्माण कंपनी के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया गया।
परिजनों और अन्य लोगों ने आरोप लगाया कि उक्त घटना कीरतपुर साहिब-बिलासपुर सड़क का निर्माण करने वाली कंपनी की लापरवाही के कारण हुई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कई वर्षों से इस हाईवे की हालत खस्ता बनी हुई है। यहां पर गड्ढे इतने गहरे हो चुके हैं कि कई बार जेसीबी लगाते हुए फंसे वाहनों को निकालना पड़ता है।
इस हादसे के लिए लापरवाह कंपनी जिम्मेदार है और जिसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। लोगों ने मृतक के परिजनों के लिए 10 लाख रुपए का मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की है।
इसके बाद थाना मुखी कीरतपुर साहिब एसएचओ हरकीरत सिंह ने मौके पर पहुंचकर धरना प्रदर्शन कर रहे गांव निवासियों को कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया, जिसके बाद गांव निवासियों द्वारा धरना हटाया गया ओर जाम खोला गया। इस दौरान गांव निवासियों द्वारा सड़क निर्माण कंपनी के खिलाफ तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन भी सौंपा गया।