अजित पवार बने NCP अध्यक्ष, चाचा शरद को किया बेदखल

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आवाज़ ए हिमाचल 

मुंबई। एनसीपी की सियासी जंग गहराती जा रही है। बुधवार को अजित पवार गुट ने शरद पवार को एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटा दिया और अजित पवार को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया है। चुनाव आयोग को लिखे पत्र में इस बात का जिक्र किया है। सूत्रों के अनुसार, बीती 30 जून को एनसीपी के 40 विधायकों, सांसदों और एमएलसी के समर्थन की चिट्ठी के साथ ही अजित पवार को एनसीपी के अध्यक्ष बनाने की जानकारी चुनाव आयोग को भेजी गई थी, जो केंद्रीय चुनाव आयोग को पांच जुलाई को मिली। सूत्रों के मुताबिक, चुनाव आयोग को तीन जुलाई को जयंत पाटिल (शरद पवार गुट) की तरफ से भी एक चिट्ठी मिली, जिसमें यह कहा गया कि अजित पवार के साथ शपथ लेने वाले नौ विधायकों के खिलाफ अयोग्यता की कार्रवाई के लिए याचिका दे दी गई है। ऐसे में केंद्रीय चुनाव आयोग अगर अजित पवार की तरफ से की गई मांग पर कोई सुनवाई करता है, तो बिना उनका पक्ष सुने सुनवाई न की जाए। इससे पहले मुंबई में अजित पवार ने सुबह 11 बजे और शरद पवार ने दोपहर एक बजे बैठक की। अजित ने शरद की उम्र पर तंज कसा तो, चाचा ने उन्हें खोटा सिक्का कहा। वाईबी चह्वाण सेंटर में मीटिंग में शरद पवार ने कहा कि जो शिवसेना के साथ हुआ, वही एनसीपी के साथ हुआ है। अजित पवार के मन में कुछ था, तो मुझसे बात करनी चाहिए थी। सहमति नहीं हो, तो बातचीत से हल निकालना चाहिए। आपने गलती की है, तो सजा भुगतने को तैयार रहें। अजित की भूमिका देश हित में नहीं है। जो मुझे छोडक़र गए हैं, उन्हें विधानसभा में लाने के लिए बहुत मेहनत की है। कार्यकर्ताओं ने इनके लिए मेहनत की। जिन विधायकों ने अलग होने का फैसला किया, उन्होंने हमें विश्वास में नहीं लिया। पार्टी का चुनाव चिन्ह हमारे पास है, वह कहीं नहीं जाएगा। हमें सत्ता में लाने वाले लोग और पार्टी कार्यकर्ता हमारे साथ हैं। हम पार्टी का सिंबल किसी को नहीं लेने देंगे।

अजित पवार खोटा सिक्का निकला। उधर, बांद्रा के भुजबल नॉलेज सिटी के एमईटी सेंटर में हुई बैठक में अजित पवार ने कहा कि आपकी (शरद पवार की) उम्र ज्यादा हो गई है। राज्य सरकार के कर्मचारी 58 साल में, केंद्र के 60 साल में, भाजपा में 75 साल में रिटायर्ड हो जाते हैं, लेकिन आप 84 साल के हैं। अब आप आशीर्वाद दीजिए। आपने पहले इस्तीफा दिया, फिर कमेटी बनाई और सुप्रिया सुले को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया। जब इस्तीफा वापस लेना ही था, तो दिया ही क्यों था। मैं भी राज्य का मुख्यमंत्री बनना चाहता हूं। राज्य की भलाई करने के लिए राज्य प्रमुख का पद होना जरूरी है। तभी मैं महाराष्ट्र की भलाई कर पाऊंगा। हम इतने दिन साहब की छाया में थे, लेकिन हम सबका अपना भी एक मत है। हमें शिवाजी के सपने को साकार करना है। उधर, शरद पवार की बेटी सुप्रिया ने भी भाई के बयान का जवाब देते हुए कहा कि रतन टाटा की उम्र 86 साल, सायरस पुनावाला 84 साल, अमिताभ बच्चन 82 की उम्र के हैं। वारेन बफेट और फारूख अब्दुल्ला की उम्र देखो, क्या ये काम नहीं कर रहे। अपमान हमारा करो, हमारे पिता का नहीं। एनसीपी का एक ही सिक्का है शरद पवार।

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