आवाज़ ए हिमाचल
शांति गौतम बीबीएन )
6 नवबर। चण्डीगढ़ के पूर्व सांसद सत्य पाल जैन ने कहा है कि भगवान विश्वकर्मा जयंती तथा मजदूर दिवस के अवसर पर राजनीतिक नेताओं को सबसे बड़ा संदेश यही होगा कि वह अंहकार को त्यागे तथा विनम्रता को अपनी जीवन शैली का अंग बनाये। जैन ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा विकास और निर्माण के प्रतीक हैं तथा उनके करोड़ों अनुयायी जो कि मेहनतकश गरीब मजदूर हैं, ने समाज के निर्माण में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जैन लबर यूनियन द्वारा भगवान विश्वकर्मा पूजा समारोह के सम्बन्ध में आयोजित विशाल मज़दूर रैली को सम्बोधित कर रहे थे।
इस रैली में शहर के विभिन्न भागों से हज़ारों गरीब मजदूरों ने भाग लिया सत्यपाल ने कहा कि एक गरीब मेहनतकश मजदूर चाहे किसी भी दषा में हो, कभी भी अंहकार में नहीं आता तथा जीवन में सदैव विनम्रता अपनाकर रखता है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से आज के दौर के नेताओं में अंहकार बढ़ता जा रहा है जिससे उनकी विनम्रता कम होती जा रही है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक नेताओं को गरीब मजदूरों से सबक सीखते हुये, अंहकार को त्यागना और विनम्रता को अपना चाहिये। चंडीगढ़ के पूर्व महापौर देवेश मोदगिल ने कहा भगवान विश्वकर्मा मेहनतकश लोगों के मसीहा हैं।
जिन्होंने अपने अनुयायियों को ईमानदारी और सादगी से राष्ट्र निर्माण में लगे रहने के लिये प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि समाज में हुये आर्थिक उन्नति में इन गरीबों को भी बराबर का हिस्सा मिलना चाहिये। इस रैली में पूर्व महापौर एवं पार्षद देवेश मोदगिल, यूनियन नेताओं सर्व लाल, पूर्व पार्षद, गोपाल शुक्ला, अवध राज चौहान, शोभा राम, रवि दूबे, रामप्रीत चौहान, गौतम राय, सोनी गोयल, जोगेन्द्र प्रसाद, राजेश, ललित, हरि राम चौहान, आर. के. मिश्र और चन्द्रावती शुक्ला सहित विभिन्न मज़दूर नेताओं ने भी भाग लिया।